कोडरमा: जिले के चंद्रोडीह स्थित कूड़ा डंप यार्ड में लगी मशीनें बिना उपयोग के ही जंग खाने लगी हैं. आपको बता दें कि इस कूड़ा निस्तारण प्लांट का फाइनल ट्रायल भी करीब एक साल पहले हो चुका है, लेकिन यह अब तक शुरू नहीं हो सका है. इधर करोड़ों की मशीनें बिना इस्तेमाल के ही जंग खाने लगी हैं. प्लांट के आसपास झाड़ियां भी उग आई हैं. पूरा परिसर कबाड़ में तब्दील होता जा रहा है. हालांकि इन मशीनों की सुरक्षा के लिए तीन सुरक्षा गार्ड तैनात किए गए हैं, जो इस प्लांट में लगी मशीनों की सुरक्षा कर रहे हैं.
लोग निराश: गौरतलब है कि इस कूड़ा निस्तारण संयंत्र का निर्माण करोड़ों रुपये की लागत से किया गया था. इसमें झुमरी तिलैया नगर परिषद, कोडरमा नगर पंचायत और डोमचांच नगर पंचायत से डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के अलावा वहां फेंके गये कूड़े-कचरे को एकत्रित कर उसका निस्तारण किया जाना था. प्लांट में कचरे के निस्तारण और उसके पुन: उपयोग के लिए सामग्री तैयार करने के लिए अत्याधुनिक मशीन लगाई गई थीं. इसके अलावा प्लांट शुरू होने के बाद आसपास के लोगों में रोजगार की उम्मीद जगी थी, लेकिन पिछले एक साल से प्लांट तैयार होने के बावजूद काम शुरू नहीं होने से लोगों में निराशा है.
उपायुक्त ने बताया ये कारण: यहां सुरक्षा के लिए तैनात एक गार्ड ने बताया कि अगर प्लांट चालू हो गया तो लोगों को यहां रोजगार मिलेगा और यह इलाका साफ बन जाएगा. इस मामले को लेकर उपायुक्त मेघा भारद्वाज ने कहा कि प्लांट शुरू करने के लिए अभी तक फॉरेस्ट क्लीयरेंस नहीं मिला है, जिसके कारण कूड़ा निस्तारण प्लांट शुरू नहीं हो सका है.
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