दौसा: जिले की मेहंदीपुर बालाजी थाना पुलिस ने अवैध हथियारों की तस्करी के मामले में बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए पंजाब के कुख्यात गैंगस्टर जगदीप सिंह उर्फ जग्गू भगवानपुरिया को भटिंडा (पंजाब) सेंट्रल जेल से गुरुवार को गिरफ्तार किया. पुलिस गैंगस्टर से पूछताछ करने में जुटी हुई है.
जिले के मेहंदीपुर बालाजी थाना प्रभारी गौरव प्रधान ने बताया कि गैंगस्टर का एक साथी जशनप्रीत सिंह (19) 30 जून को भारी मात्रा में हथियारों का जखीरा लेकर मेहंदीपुर बालाजी आया था. आरोपी कस्बे में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में था. लेकिन सूचना मिलने पर वारदात को अंजाम देने से पहले ही आरोपी जशनप्रीत सिंह को बलाजी थाने के एएसआई शीशराम आर्य ने दबोच लिया था. वहीं जांच के दौरान आरोपी के पास मिले बैग से मैगजीन लगी हुई 4 पिस्टल, 2 मैगजीन और 18 जिंदा कारतूस बरामद किए थे.
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हथियारों की सप्लाई की बात कबूली: इस दौरान जब पुलिस ने आरोपी से सख्ती से पूछताछ की, जिसमें जशनप्रीत सिंह ने बताया कि वह पंजाब के कुख्यात गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया गैंग का सदस्य है. वहीं गैंगस्टर के लिए अवैध हथियारों की सप्लाई करता है. इस संदर्भ में पुलिस ने गैंगस्टर को भटिंडा, पंजाब की सेंट्रल जेल से गिरफ्तार किया है.
गैंगस्टर के खिलाफ 100 से अधिक मामले दर्ज: थाना प्रभारी गौरव प्रधान ने बताया कि गैंगस्टर को प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर क्यूआरटी, आईजी जयपुर क्यूआरटी, डीएसटी टीम दौसा के हथियार बंद जवानों के साथ कड़ी सुरक्षा के बीच थाने पर लाया गया. थाना प्रभारी ने बताया कि गैंगस्टर के खिलाफ देश के कई राज्यों में हत्या, हत्या का प्रयास, अवैध हथियारों की खरीद फरोख्त और अवैध मादक पदार्थों की तस्करी करने के मामले दर्ज हैं. वहीं गैंगस्टर राजस्थान में भी अवैध हथियार और अवैध मादक पदार्थों की तस्करी करवाता था.
7 दिन के रिमांड पर भेजा: थाना प्रभारी के अनुसार गैंगस्टर को गुरुवार को कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट में पेश किया गया. इस दौरान बड़ी संख्या में हथियारबंद जवानों को देखकर कोर्ट के आसपास रहने वाले लोग सहम गए. वहीं कोर्ट में पेश के बाद मजिस्ट्रेट ने गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया को 7 दिन के पुलिस रिमांड पर सौंपा है. ऐसे में पुलिस अभी गैंगस्टर से पूछताछ करने में जुटी हुई है.
कौन है जग्गू भगवनपुरिया: दरअसल, जग्गू भगवानपुरिया गुरदासपुर के भगवानपुर गांव का रहने वाला है. पैदा हुआ तो माता-पिता ने नाम दिया जसप्रीत सिंह. कबड्डी का अच्छा खिलाड़ी, लेकिन उसका मन लगा जुर्म की दुनिया में. जसप्रीत सिंह बड़ा हुआ तो जुर्म की दुनिया से जुड़ गया और फिर अपना नाम बदलकर उसने जग्गू भगवानपुरिया रख लिया. अपने गांव के नाम भगवानपुर से अपना नाम जोड़कर गैंगस्टर की दुनिया में कदम रखा. गुरी नाम के पंजाब के ही एक गैंस्टर के साथ मिलकर उसने काम कर शुरू किया. छोटी-मोटी लूटपाट, मारपीट, वसूली जैसे कामों को करते हुए वो आगे बढ़ता गया. इसके बाद जग्गू ने पैसे लेकर हत्याएं करवानी शुरू की. जग्गू द्वारा इन वारदातों को अंजाम देने के बाद उसका तीसरा नाम सुपारी किलर पड़ा.
हथियारों की सप्लाई का सबसे बड़ा नेटवर्क बनाया: जग्गू भगवानपुरिया ने अपनी नेटवर्किंग भी शुरू कर दी थी. अब पंजाब के अलावा राजस्थान, मध्यप्रदेश तक भी जग्गू के कनेक्शन जुड़ने लगे थे. जग्गू का मकसद कम समय में अधिक पैसा कमाना था. जिसके चलते उसने अपनी गैंग में कई शार्प शूटर को शामिल कर लिया. वो पैसे के लिए किसी की भी हत्या करवा सकता था. सुपारी किलिंग के बाद जग्गू ने हथियार सप्लाई करने में भी अपना हाथ आजमाया. जग्गू भगवानपुरिया बॉर्डर पार से भी हथियार सप्लाई कर देश में लाने लगा और दूसरे गैंगस्टर्स को महंगे दामों में देने लगा. इस काम में उसे मोटी कमाई होती थी. नॉर्थ इंडिया में हथियारों की नेटवर्किंग का सबसे बड़ा कारोबार जग्गू भगवानपुरिया का ही है.
लॉरेंस विश्नोई से हुई दुश्मनी: बता दें कि कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई और गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया एक समय में काफी अच्छे दोस्त थे. लेकिन सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले में जग्गू भगवानपुरिया और लॉरेंस विश्नोई का नाम सामने आने के बाद दोनों गैंगस्टर एक-दूसरे के जानी दुश्मन बन गए थे.