धमतरी: शुक्रवार की शाम धमतरी के गंगरेल बांध के 14 गेट ट्रायल के लिए खोले गए. पानी को रुद्री बैराज में रोका गया. बताया गया कि आपात स्थिति में बांध के गेट किस तरह काम करेंगे यह जांचने के लिए गेट खोले गए है. गंगरेल बांध में 85 फीसदी पानी भर चुका है.खोले गए गेट का नजारा देखने बड़ी संख्या में पर्यटक भी पहुंचे.
गंगरेल डैम के 14 गेट खोले: जुलाई महीने में अच्छी बारिश के बाद छत्तीसगढ़ के दूसरे बड़े डैम गंगरेल बांध में पानी अच्छी खासी मात्रा में भर चुका है. डैम में पानी ज्यादा होने के कारण पहले से ही गेट खोले जाने के निर्देश अधिकारियों ने दे दिए थे. 2 अगस्त शाम करीब 5:30 बजे गंगरेल के 14 गेट खोले गए. इस दुर्लभ और बेहद खूबसूरत नजारे को देखने के लिए बड़ी संख्या में आसपास के लोग भी पहुंचे. जिला प्रशासन के कई अधिकारी भी यहां पर आए. खुद धमतरी कलेक्टर ने भी इस नजारे को अपनी आंखों से देखा.
गंगरेल 84 परसेंट कैपिसिटी तक पहुंच गया है. ट्रायल किया जा रहा है कि जब 95 प्रतिशत कैपिसिटी पानी डैम में भरेंगे तो डैम के गेट ठीक से काम कर रहे हैं कि नहीं ये देखने के लिए डैम के गेट खोले गए. पानी रुद्री बैराज में रोका जा रहा है. नदी में नहीं छोड़ा जा रहा है. - नम्रता गांधी, कलेक्टर धमतरी
रुद्री बैराज में छोड़ा जा रहा गंगरेल का पानी: महत्वपूर्ण जानकारी यह भी है कि छोड़ा गया पानी महानदी में नहीं जा रहा है. बल्कि रुद्री बैराज में ही रोक लिया जा रहा है. करीब 45 मिनट पानी छोड़ने के बाद सभी गेट वापस बंद कर दिए गए लेकिन इस नजारे को देखने के लिए काफी संख्या में लोग आए.