उत्तरकाशी: बीते तीन दिनों से बंद गंगोत्री हाईवे चौथे दिन भी नहीं खुल पाया है. हाईवे पर सुक्की टॉप से झाला तक आवाजाही बहाल हो गई है, लेकिन झाला से गंगोत्री तक भारी बर्फ होने के कारण हाईवे अवरूद्ध है. इस हिस्से में बर्फ हटाने के लिए बीआरओ ने अपनी मशीने व श्रमिक लगाए हैं.
दरअसल, बर्फबारी के चलते हर्षिल घाटी के चार सहित यमुनाघाटी का एक ग्रामीण मोटरमार्ग बंद हैं. वहीं विद्युत लाइन क्षतिग्रस्त होने से गंगोत्री धाम सहित मोरी के 9 गांवों में विद्युत आपूर्ति ठप है. बता दें कि बीते दिनों हुई बर्फबारी के चलते गंगोत्री हाईवे सुक्की टॉप से आगे बंद हो गया था. सोमवार को मौसम खुला तो बीआरओ ने मशीनों व श्रमिकों की मदद से सुक्की टॉप से झाला तक दस किमी हिस्से पर आवाजाही बहाल कर दी. हालांकि यहां अभी सुरक्षा की दृष्टि से केवल फोर बाइ फोर चेन लगे वाहनों को ही आवाजाही की अनुमति दी जा रही है.
वहीं, झाला से गंगोत्री तक हाईवे पर धराली से भैरवघाटी और भैरवघाटी से गंगोत्री तक कई जगह 100 मीटर लंबाई और 6 मीटर ऊंचाई में बर्फ जमा है, जिस कारण बीआरओ को बर्फ हटाने में खासी मशक्कत करनी पड़ रही है. इस काम के लिए बीआरओ ने दो व्हील लोडर, एक डोजर, एक जेसीबी मशीन व श्रमिकों को काम पर लगाया है.
उधर, यमुनोत्री हाईवे सोमवार सुबह गिनोटी के पास पेड़ गिरने के कारण अवरूद्ध हो गया था, जिसे बाद में बहाल किया गया. बर्फबारी के चलते हर्षिल घाटी के हर्षिल मुखबा, हर्षिल बगोरी, पयारा झाला, जसपुर पुराली व यमुनाघाटी का कुंवा कफनोल मोटरमार्ग बर्फबारी के चलते बंद है.
सोमवार को हर्षिल, झाला, धराली, मुखबा में विद्युत आपूर्ति सुचारू कर दी गई है, लेकिन गंगोत्री धाम में आपूर्ति ठप है. उधर, 11 केवी की लाइन पेड़ गिरने से क्षतिग्रस्त होने के कारण मोरी के सिरगा, ओसला, गंगाड़, पवाणी, लिवाड़ी, फिताड़ी, राला, कासला व रेक्चा गांव में विद्युत आपूर्ति ठप है.
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