River #Gandak at #Lalganj in VAISHALI district of #Bihar continues to flow in #SEVERE SITUATION. It is flowing at a level of 50.55 m with #Steady trend which is 0.05 m above its #Danger Level of 50.5 m@DoWRRDGR_MoJS@NDRFHQ@ndmaindia@CWCOfficial_GoI pic.twitter.com/ZXq4PFh7pU
— Central Water Commission Official Flood Forecast (@CWCOfficial_FF) August 20, 2024
पटना: बिहार में नदियों का जलस्तर अभी भी बढ़ा हुआ है. केंद्रीय जल आयोग और बिहार जल संसाधन विभाग के मुताबिक गंगा नदी का जलस्तर गांधी घाट में गंगा का डेंजर लेवल 48.60 मीटर है लेकिन अभी जलस्तर 48.77 मीटर पर है और बढ़ने के संकेत हैं. वहीं, हाथीदह में गंगा का डेंजर लेवल 41.72 मीटर है और अभी जलस्तर 41.99 मीटर पर बना हुआ है.
कई जगहों पर गंगा में उफान: पुनपुन नदी का जलस्तर भी पटना के श्रीपालपुर में खतरे के निशान से नीचे चला गया है. वैसे गंगा नदी पटना के दीघा घाट में खतरे के निशान से नीचे है और अभी जलस्तर में वृद्धि होने के संकेत हैं. उधर, भागलपुर के कहलगांव और साहिबगंज में भी गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.
कोसी-गंडक भी खतरे के निशान से ऊपर: केंद्रीय जल आयोग के अनुसार गंडक नदी गोपालगंज जिले के डुमरिया घाट में तो बूढ़ी गंडक खगड़िया में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. बागमती नदी मुजफ्फरपुर के रुन्नीसैदपुर में और बेनीबाद में अभी भी खतरे के निशान से ऊपर है. बेनीबाद में 105 सेंटीमीटर खतरे के निशान से ऊपर है. कोसी नदी खगड़िया के बलतारा में खतरे के निशान से 122 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है, जबकि कटिहार के कुर्सेला में कोसी नदी 90 सेंटीमीटर खतरे के निशान से ऊपर है. नदियों का जलस्तर कई स्थानों पर घट रहा है तो कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर है.
गंगा नदी में जलस्तर में वृद्धि के संकेत: नेपाल के जल ग्रहण क्षेत्र में पिछले कई दिनों से भारी बारिश नहीं हुई है लेकिन मानसून की सक्रियता के कारण बिहार में कई जगह अच्छी बारिश हुई है. जिस वजह से उत्तर बिहार की कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर है और उसका असर गंगा पर भी पड़ रहा है. गंगा नदी में कई स्थानों पर जलस्तर में वृद्धि के अभी भी संकेत हैं. हालांकि जल संसाधन विभाग के अनुसार स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है और 24 घंटे तटबंधों और नदियों के जलस्तर पर नजर रखी जा रही है.
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