बरेलीः किला थाना क्षेत्र के कटघर में गंगा महारानी के मंदिर होने का मकान मालिक ने दावा किया था. इस मकान में मुस्लिम परिवार कब्जा था. पुलिस और प्रशासन की टीम ने मौके पर घर खाली कराना शरू कर दिया है. वहीं, सहकारी समिति के अधिकारियों द्वारा मकान खाली करने का नोटिस भी चिकपा दिया है.
बरेली के किला थाना क्षेत्र के कटघर में रहने वाले राकेश सिंह ने दावा किया है कि उनके वंशजों ने लगभग डेढ़ सौ वर्ष पहले गंगा महारानी का एक मंदिर बनवाया था. जहां कई देवी देवताओं की मूर्तियां स्थापित की थी. आसपास के लोग आकर पूजा अर्चना करते थे. साथ ही मंदिर में एक पुजारी रहता था. पुजारी ने लगभग 50 वर्ष पहले मंदिर के एक कमरे को सहकारी समिति के लिए किराए पर दे दिया था. इस सहकारी समिति का एक चौकीदार वाजिद अली यहा रहने लगा. आरोप है कि वाजिद अली ने धीरे-धीरे मंदिर के पूरे मकान पर कब्जा कर लिया और मंदिर में रखी मूर्तियों को गायब कर दिया.
मामला दो समुदायों से जुड़ा होने के चलते पुलिस प्रशासन की टीम सतर्क रही. मौके पर कई थानों की पुलिस को भी तैनात किया गया था. जिसके बाद गंगा महारानी के मंदिर को कब्जा मुक्त कराया गया। पुलिस अधीक्षक नगर मानुष पारीक ने बताया कि मंदिर परिसर में रह रहे मुस्लिम परिवार ने अपनी इच्छा से मकान को खाली कर दिया है. सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस फोर्स भी मौके पर तैनात है. एसडीएम सदर गोविंद मौर्य ने कहा कि गंगा महारानी के मंदिर परिसर में मुस्लिम परिवार के कब्जे का मामला आया था. जिसमें मुस्लिम परिवार ने अपनी इच्छा से खाली कर दिया है. मकान को सील कर अपने कब्जे में ले लिया गया है.