बूंदी. जिले के नैनवा थाना पुलिस में हनी ट्रैप में फंसा कर लोगों से लाखों की ठगी करने की गैंग का पर्दाफाश करते हुए गैंग के फरार तीन आरोपियों को बापर्दा गिरफ्तार किया है. नैनवा थाना अधिकारी महेंद्र कुमार यादव ने बताया कि 12 मई को नैनवा निवासी फरियादि प्रदीप कुमार जैन मोहनलाल बजाज (45) निवासी वार्ड 10 थाने में लिखित रिपोर्ट दी कि "मेरा भाई सुदीप कुमार जैन करीब 3 बजे नैनवां से जयपुर जाने के लिए कह कर घर से निकला था.
अचानक मेरे पास मेरी भांजी रूचि जैन का मेरे भतीजे अंकुश के पास फोन आया और बताया कि सुदीप मामा को किडनैप कर लिया है. उसे छोड़ने की एवज मे 80 हजार रुपए मांग रहे हैं. मेरी भांजी ने 80 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए. फिर भी किडनैप करने वाले दबाव बना कर और रुपए की मांग कर रहे हैं. इस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की. पुलिस कार्रवाई की भनक लगने पर आरोपी सुदीप को कोटा छोड़कर फरार हो गए थे.
ऐसे किया वारदात का पर्दाफाश : पुलिस उपाधीक्षक शंकर लाल ने बताया कि आरोपी घटना के बाद से ही फरार हो गए. आरोपी ना तो मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहे थे और ना ही परिवाजनों के सम्पर्क में थे. पुलिस ने आरोपियों की तलाश के लिए थाना स्तर की पुलिस टीम गठित की. पुलिस टीम ने मुखबिर की सूचना पर 2 दिन तक कोटा मे डेरा डालकर 3 आरोपियों को बापर्दा गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की. पूछताछ में आरोपी ने कोटा, रामगंज मंडी, रामपुरा, हाड़ौती के अन्य जिलों में भी वारदातें करना कुबूल किया है, आरोपियों से गहनता से पूछताछ जारी है.
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ऐसे फंसाते थे जाल में : पुलिस उपाधीक्षक शंकर लाल ने बताया कि आरोपी फेसबुक और इन्ट्राग्राम पर फर्जी आईडी बनाकर लड़की की फोटो अपलोड कर वारदात में अपने साथ किसी लड़की को शामिल कर पीड़ित व्यक्तियों से लड़की के जरिए चैट, वाईस कॉल तथा वीडियो कॉल कर ठगी करते थे. गैंग ने कोटा सिटी, रामगंजमंडी, रामपुरा और हाड़ौती के अन्य जिलों में वारदात को अंजाम दिया गया है. पुलिस ने मोनू उर्फ कौशल, अलीश खान, नरेन्द्र सिंह उर्फ तंवर को बापर्दा गिरफ्तार किया है.