कानपुर : जिले में शुक्रवार को कोतवाली पुलिस ने करेंसी बदलवाने वाले बड़े गिरोह का खुलासा किया. गैंग ने गरीब और जरूरतमंद लोगों को अपना शिकार बनाया. पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि गैंग 2000 रुपये के नोट बदलवाने पर कमीशन देता था. पुलिस ने करीब 12 लोगों को पकड़ा है. उनसे पूछा कि उन्हें आखिर इस काम के लिए किसने भेजा है, हालांकि इसका वे सटीक जवाब नहीं दे पाए.
शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र में शुक्रवार को पुलिस ने रिजर्व बैंक के बाहर करेंसी बदलवाने आए लोगों को पकड़ लिया. पुलिस ने उनसे पूछताछ की तो पता चला कि वह सभी 2000 रुपये के पुराने नोट को बदलने के लिए आए हैं. बदले में उन्हें सिक्के मिल रहे थे. इस काम के लिए उन्हें 500 रुपये कमीशन भी दिया जाता था. इसके बाद पुलिस ने करीब 12 लोगों को हिरासत में ले लिया और उनसे पूछताछ शुरू कर दी.
पूछताछ में पुलिस को पता चला कि रिजर्व बैंक के पास एक शख्स उन्हें 2000 रुपये के पुराने नोट देता था. इसके बाद वह लोग नोट बदलकर उन्हें वापस कर देते थे. ऐसा माना जा रहा है कि जिस तरह से यहां पर भारी संख्या में लोगों को पकड़ा गया है. उससे यह साफ है कि इन सबके पीछे किसी बड़े गैंग का भी हाथ हो सकता है. इसके जरिए वे 2 हजार के नोटों को खपाने का काम कर रहे थे.
पुलिस ने जिन लोगों को मौके से पकड़ा है. वह सभी गरीब और असहाय हैं. कुछ तो ऐसे हैं ठीक से चल और बोल भी नहीं पाते हैं. कई तरह की परेशानियों में उलझे लोग आसानी से गैंग के चंगुल में फंसते गए. 500 रुपये कमीशन के लालच में आसानी से ये गैंग की बात मान लेते थे.
एसीपी कोतवाली अर्चना सिंह ने बताया कि पुलिस ने 2 हजार के नोट बदलकर वापस लौट रही कुछ महिलाओं से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि इसके बदले उन्हें 500रु कमीशन दिया जा रहा है. पुलिस ने मौके से कुछ लोगों को पकड़ कर उनके आधार कार्ड जब्त कर लिए. उनके हाथों में 2000 के 10-10 के सिक्के के थैले थे. इस मामले में पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है. उनसे पूछताथ की जा रही है.
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