जयपुर. राजधानी जयपुर की करधनी थाना पुलिस ने महिलाओं की एस्कॉर्ट सर्विस के नाम पर धोखाधड़ी करने वाली गैंग का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के पास से पुलिस ने 9 मोबाइल फोन बरामद किए हैं. इस मामले में पुलिस ने जयपुर ग्रामीण निवासी सतीश गुर्जर, धर्मराज बलाई और डीडवाना कुचामन निवासी सुरेश गुर्जर को गिरफ्तार किया है. जयपुर की वेस्ट पुलिस ने कोटा शहर पुलिस के साथ मिलकर इस कार्रवाई को अंजाम दिया.
डीसीपी वेस्ट अमित कुमार ने बताया कि पिछले कुछ समय से जयपुर शहर में महिलाओं की एस्कॉर्ट सर्विस के विज्ञापन पर लोगों से धोखाधड़ी की शिकायतें मिल रही थी. इस तरह की धोखाधड़ी की वारदातों पर अंकुश लगाने के लिए सभी थाना अधिकारियों को निर्देश दिए गए थे. इसी क्रम में जयपुर की करधनी थाना पुलिस ने वारदातों पर अंकुश लगाने के लिए एडिशनल डीसीपी वेस्ट नीरज पाठक और एसीपी झोटवाड़ा सुरेंद्र सिंह राणावत के निर्देशन में करधनी थाना अधिकारी वीरेंद्र सिंह के नेतृत्व में स्पेशल टीम का गठन किया गया. कोटा शहर पुलिस के साथ मिलकर टीम के सदस्यों ने संदिग्धों पर निगरानी रखी. अपराधिक सूचना संकलित की गई.
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वहीं, टीम के सदस्यों ने शुक्रवार को महत्वपूर्ण अपराधिक सूचना प्राप्त करते हुए महिलाओं की एस्कॉर्ट सर्विस के विज्ञापन करके लोगों से धोखाधड़ी करने वाली गैंग के सदस्य सतीश गुर्जर, धर्मराज बलाई और सुरेश गुर्जर को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. आरोपियों को गिरफ्तार करके उनके पास से एस्कॉर्ट सर्विसेज के नाम पर धोखाधड़ी करने में इस्तेमाल हुए 9 मोबाइल फोनों को जब्त किया गया है.
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ऐसे देते थे वारदात को अंजाम : पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार आरोपी सबसे पहले गूगल पर महिलाओं की एस्कॉर्ट सर्विस का विज्ञापन देते थे. विज्ञापन को देखकर लोगों की ओर से विज्ञापन में दिए गए आरोपियों के व्हाट्सएप मोबाइल पर संपर्क किया जाता था. आरोपियों की ओर से व्हाट्सएप पर संपर्क में आए ग्राहकों को महिलाओं के लुभावने फोटो भिजवाए जाते थे. महिलाओं के फोटो में किसी महिला के पसंद आने पर आरोपियों की ओर से महिला भिजवाने के नाम पर ग्राहकों से ऑनलाइन पैसे जमा करवा लिए जाते थे. बाद में ग्राहक का नंबर ब्लॉक कर देते थे. इस तरह से आरोपी महिलाओं की एस्कॉर्ट सर्विस के नाम पर रोजाना हजारों रुपए की धोखाधड़ी करते थे.