पानीपत: हरियाणा के पानीपत में गर्मियों का सीजन शुरू होते ही लोगों को मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया जैसी मच्छर जनित बीमारियों से बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम के नेतृत्व में प्रतिदिन ग्रामीण तालाबों में गंबूजिया मछली छोड़ी जा रही है. ये मछलियां केवल मच्छर का लार्वा ही खाती है. पानीपत स्वास्थ्य विभाग डेंगू, मलेरिया से लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयारियों में जुटा है.
पानीपत के मलेरिया अधिकारी डॉ. सुनील संदूजा ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग पानीपत की टीम द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खोतपुरा के अंतर्गत आने सभी गांव के तालाबों में गंबूजिया मछली छोड़ी जा रही है. इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम ग्रामीणों के साथ बैठक कर लोगों को जागरूक कर रही है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी ग्रामवासियों को सहयोग करने की अपील की जा रही है. ताकि आगामी सीजन में डेंगू, मलेरिया आदि बीमारियों के फैलने पर रोक लगाई जा सके.
स्वास्थ्य विभाग ने सभी लोगों को बताया कि गंबूजिया मछली की खास बात है कि यह पानी में पैदा होने वाले मच्छर के लारवा को खा जाती है. जिससे मच्छर पैदा नहीं होते. स्वास्थ्य विभाग ने ग्रामीणों से अपील की है कि गंबूजिया मछली साफ और गंदे पानी में रह सकती है. इन मछलियों को तालाब में कुछ भी खाने का सामान न दिया जाए और न ही इन्हें तालाब से पकड़ा जाए. इस मछली का आकार ज्यादा बड़ा नहीं होता और सिर्फ पानी में कीट के अंडों को ही खाती है.
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