जोधपुर. केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने जोजरी नदी के पुनरुद्धार के तहत सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट व अन्य कार्यों की शुरूआत के दौरान कहा कि प्रदेश की पूर्व गहलोत सरकार ने इसकी फाइल चार साल से रोकी हुई थी. इस पूरी योजना पर करीब 400 करोड़ रुपए खर्च होंगे.
गौरतलब है कि मारवाड़ में दो नदियों महत्वपूर्ण हैं. लूणी और जोजरी. दोनों नदियां जोधपुर के नजदीक से निकलती हैं. इनमें जोजरी नदी जोधपुर शहर से निकलने वाले गंदे पानी में परिवर्तित हो चुकी है. हालात ऐसे हैं कि गंदे पानी के तालाब और नदी में भेद करना मुश्किल है. लेकिन अब इस नदी के दिन फिरने वाले हैं. केंद्र व राज्य सरकार के बजट से इस नदी का पुनरुद्धार किया जाएगा. इस पर चार सौ करोड़ रुपए खर्च होंगे.
पहले चरण में 162 करोड़ से नदी में आ रहे जोधपुर केपानी को ट्रीटटमेंट करने के लिए चार बड़े सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट और सहायक कार्य होंगे. इसकी शुरूआत शुक्रवार को केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत व राज्य सरकार के मंत्री जोगाराम पटेल ने की. शेखावत ने इस मौके पर कहा कि 2019 में सरकार बनने के बाद मेरी प्राथमिकता में जोजरी नदी थी. इसके लिए राज्य सरकार को प्रपोजल भेजा गया.
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उन्होंने कहा कि मेरे मंत्रालय के लोग जोधपुर आए और जोजरी नदी के क्षेत्र में पैदल घूमे. लेकिन अशोक गहलोत ने जोधपुर कलेक्टर के कार्यालय से बाहर फाइल नहीं निकलने दी. इसमें चार साल निकल गए. भजनलाल सरकार बनने के बाद राज्य सरकार ने तेजी से स्वीकृतियां जारी कि जिसकी बदौलत आज काम की शुरूआत हुई है. समारोह में विधायक अतुल भंसाली, भाजपा अध्यक्ष जगराम विश्नोई सहित अन्य नेता व मौजूद रहे.
गहलोत ने मांगी एलिवेटेड रोड, मैंने जोजरी योजना: शेखावत ने कहा कि 15वें वित्त आयोग से मैंने जोजरी नदी के पुनरूद्धार योजना के लिए राशि मांगी थी. जबकि अशोक गहलोत ने शहर में एलिवेटेड रोड मांगी. मैंने आयोग के अध्यक्ष से कहा कि एलिवेटेड रोड में मंत्रालय से ले आउंगा, आप जोजरी के लिए बजट स्वीकृत करें. जलशक्ति मंत्री ने कहा कि जोजरी नदी का क्षेत्र 31 किमी का है. बनाड से लेकर आगे बड़े क्षेत्र में गंदे पानी से पूरे क्षेत्र के खेत खराब हो चुके हैं. पुनरुद्धार योजना में अलग-अलग चरण पूरे क्षेत्र में काम होंगे. खेतों में जाने वाले गंदे व रसायनिक प्रदूषित पानी की रोकथाम होने से किसान वापस खेती करने लगेंगे. लोगों का आर्थिक संकट समाप्त होगा. जबकि यह राशि 15वें वित्त आयोग से मिली है.
इजरायल की तकनीक से जोड़ेंगे: शेखावत ने कहा कि हमने इजरायल से समझौता कर अत्याधुनिक तकनीक का एसटीपी प्लांट अहमदाबाद में बनाया है. जिसके परिणाम बहुत अच्छे होंगे. जोजरी के लिए भी जो एसटीपी बन रहे हैं, उसमें हम वही तकनीक काम में लेंगे. जिससे किसानों को बुवाई के लिए बहुत बेहतर गुणवत्ता का पानी मिलेगा. जिसका फायदा पूरे क्षेत्र के लोगों को मिलेगा.
रिवरफ्रंट भी बनेगा: जलशक्ति मंत्री ने कहा कि करीब चार सौ करोड़ रुपए इस योजना के तहत खर्च होंगे. जिसमें हम यहां पर ट्रीटेड वाटर का रिवर फ्रंट भी बनाएंगे. जिससे सालावास गांव पर्यटन का स्थल बनेगा. लोग आने वाले दिनों में आज जो बदबूदार नदी है, उसके पास बैठ कर चाय कॉफी पिएंगे. जिसका फायदा भी ग्रामीणों को मिलेगा.