जोधपुर. शेरगढ विधायक बाबूसिंह राठौड़ ने सोमवार को केंद्रीय जलशक्ति मंत्री एवं जोधपुर सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए थे. इसे गंभीरता से लेते हुए शेखावत ने शेरगढ विधानसभा क्षेत्र में विगत अपने दोनों कार्यकाल में अब तक किए गए कामों का लेखा-जोखा जारी कर दिया.
सोशल मीडिया पर शेखावत ने पंचायत समिति शेरगढ में 10 सालों से अपने सांसद कोष से तीन करोड़ 18 लाख रुपए की राशि से करवाए गए कामों का विवरण जारी किया है. माना जा रहा है कि बाबूसिंह राठौड़ ने सोमवार को जो ताने सुनाए थे, उसका यह जवाब है. शेखावत द्वारा यह विवरण जारी करने के बाद भी उस पर बतौर कमेंट लोगों ने सकारात्मक प्रतिक्रियाएं नहीं दी. लेकिन शेखावत के कामों का विवरण जारी करने से यह साफ हो गया कि वे बाबूसिंह राठौड़ के तंज से काफी आहत हैं.
गौरतलब है कि सोमवार को देवराज राठौड़ जयंति पर आयोजित समारोह में गजेंद्र सिंह शेखावत के वहां से जाने के बाद बाबूसिंह राठौड़ ने अपने संबोधन में शेखावत को लेकर कई बातें कही. लोगों को यह बताने का प्रयास किया कि वे सिर्फ बातें करते हैं, काम नहीं करते हैं. इसको लेकर उन्होंने सैनिक स्कूल, अस्पताल व केंद्रीय विद्यालय को लेकर उदाहरण भी दिया. साथ में यह भी कह कर सबको चौंका दिया कि इस बार हमें सघर्ष करना होगा. इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि क्या बाबूसिंह इस बार लोकसभा चुनाव के लिए दावेदारी कर सकते हैं.
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लंबी होती दोनों में राजनीतिक अदावत: बाबूसिंह राठौड़ और केंद्रीय मंत्री के बीच राजनीतिक अदावत लंबी होती जा रही है. 2018 के विधानसभा चुनाव के बाद जब पंचायत के चुनाव हुए तो राठौड़ और शेखावत के बीच खटास सामने आई थी. प्रत्याशियों के टिकट और चयन को लेकर राठौडऋ ने जमकर वार किया था. इसके बाद लगातार राठौड़ हमलावर बने रहे. इस विधानसभा चुनाव में अंतिम समय तक राठौड़ का टिकट अटका रहा था. चौथी बार विधायक चुनने के बाद राठौड़ ने पहले सामाजिक समारोह में शेखावत पर बड़ा हमला बोल दिया.