लखनऊ: गगनयान मिशन के लिए चयनित होने वालों में लखनऊ में जन्मे विंग कमांडर शुभांशु शुक्ला भी शामिल हैं. उनकी शिक्षा दीक्षा लखनऊ में हुई. विंग कमांडर शुभांशु शुक्ला का जन्म 10 अक्टूबर 1985 को लखनऊ में हुआ था. लखनऊ के लाल को गगनयान मिशन में चुना गयाहै. उन्होंने शहर का नाम रोशन कर दिया है. परिवार के लोगों में खुशी है.
भारतीय सेना से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि वह एनडीए के पूर्व छात्र हैं और 17 जून 2006 को भारतीय वायुसेना की फाइटर स्ट्रीम में नियुक्त हुए थे. वह एक फाइटर कॉम्बैट लीडर और एक टेस्ट पायलट हैं. उनके पास लगभग दो हजार घंटे की उड़ान का अनुभव है. साल 2006 को भारतीय वायुसेना की लड़ाकू शाखा में उन्हें नियुक्त किया गया था. उन्होंने Su-30 MKI, MiG-21, MiG-29, जगुआर, हॉक, डोर्नियर, AN-32 आदि सहित कई प्रकार के एयरक्राफ्ट उड़ाए हैं.
ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन: ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर का जन्म 26 अगस्त 1976 को केरल के तिरुवज़ियाड में हुआ था. वह एनडीए के पूर्व छात्र हैं और वायु सेना अकादमी में स्वोर्ड ऑफ ऑनर हासिल कर चुके हैं. उन्हें 19 दिसंबर 1998 को भारतीय वायुसेना की फाइटर स्ट्रीम में कमीशन दिया गया था. वह एक कैट ए फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर और टेस्ट पायलट हैं और उनके पास लगभग तीन हजार घंटे की उड़ान का अनुभव है.
उन्होंने Su-30 MKI, MiG-21, MiG-29, हॉक, डोर्नियर, AN-32 सहित विभिन्न प्रकार के एसी उड़ाए हैं. वह यूनाइटेड स्टेट्स स्टाफ कॉलेज के पूर्व छात्र और DSSC, वेलिंगटन और FIS में DS भी हैं. उन्होंने एक प्रमुख लड़ाकू विमान Su-30 Sqn की कमान संभाली है.
ग्रुप कैप्टन अजीत कृष्णन: ग्रुप कैप्टन अजीत कृष्णन का जन्म 19 अप्रैल 1982 को चेन्नई, तमिलनाडु में हुआ था. वह एनडीए के पूर्व छात्र हैं और वायु सेना अकादमी में राष्ट्रपति के स्वर्ण पदक और स्वोर्ड ऑफ ऑनर के प्राप्तकर्ता हैं. उन्हें 21 जून 2003 को भारतीय वायुसेना की फाइटर स्ट्रीम में कमीशन दिया गया था. वह फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर और टेस्ट पायलट हैं और उनके पास लगभग 2900 घंटे की उड़ान का अनुभव है. उन्होंने Su-30 MKI, MiG-21, MiG-21, Mig-29, जगुआर, डोर्नियर, AN-32 आदि सहित कई प्रकार के एयरक्राफ्ट उड़ाए हैं. वह DSSC, वेलिंगटन के पूर्व छात्र भी हैं.
ग्रुप कैप्टन अंगद प्रताप: ग्रुप कैप्टन अंगद प्रताप का जन्म 17 जुलाई 1982 को प्रयागराज में हुआ था. वह एनडीए के पूर्व छात्र हैं और 18 दिसंबर 2004 को भारतीय वायुसेना की लड़ाकू शाखा में नियुक्त हुए थे. वह एक फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर और टेस्ट पायलट हैं और उनके पास लगभग दो हजार घंटे की उड़ान का अनुभव है. उन्होंने Su-30 MKI, MiG-21, MiG-29, जगुआर, हॉक, डोर्नियर, AN-32 आदि सहित कई प्रकार के एयरक्राफ्ट उड़ाए हैं.
ये भी पढ़ें- आंखों से हट जाएगा नंबर का चश्मा, बस एक छोटी सी सर्जरी में हो जाएगा काम