चंडीगढ़: हरियाणा के महेंद्रगढ़ में हुए सड़क बस हादसे के बाद प्रदेश सरकार ने स्कूली छात्रों की सुरक्षा के मद्देनजर कई कदम उठाये हैं. इसी सिलसिले में प्रदेश सरकार ने छात्रों की सुरक्षा के मद्देनजर एक बड़ा फैसला किया है. राज्य सरकार द्वारा छात्र परिवहन सुरक्षा योजना की शुरूआत कर दी गई है. इसके अनुसार अब प्रदेश में 1 किलोमीटर से अधिक दूरी पर स्थित सरकारी स्कूलों के कक्षा 1 से कक्षा 12वीं तक पढ़ रहे छात्रों को सरकार अपने स्तर पर वाहन उपलब्ध कराएगी. इस संबंध में प्रधानाचार्यों से रूट मैप मांगा गया है.
एमआइएस पोर्टल पर अपलोड करें सूची: सभी स्कूलों को विद्यार्थी परिवहन सुरक्षा योजना का लाभ लेने के इच्छुक छात्रों की सूची को एमआइएस पोर्टल पर अपलोड करना होगा. हरियाणा शिक्षा निदेशालय द्वारा जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी किया गया है. इसके अनुसार निशुल्क परिवहन व्यवस्था का लाभ लेने वाले छात्रों के घरों की स्कूल से दूरी, वाहनों की सूची, रूट मैप एमआइएस पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा.
1 मई से सभी छात्रों को लाभ: प्रदेश के सभी छात्रों को 1 मई से मुफ्त परिवहन योजना का लाभ मिल सकेगा. फसल कटाई की व्यस्तता के कारण बड़ी संख्या में छात्र चिराग योजना के तहत निजी स्कूलों में दाखिले के लिए आवेदन करने से चूक गए हैं. प्राइवेट स्कूल संघ के प्रदेश अध्यक्ष सत्यवान कुंडू ने कहा कि ऐसे बच्चों को राहत देते हुए योजना के तहत आवेदन करने की अंतिम तिथि बढ़ाई जानी चाहिए.
प्राइवेट स्कूल संघ की अंतिम तिथि बढ़ाने की मांग: सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्रों को निजी मान्यता प्राप्त स्कूलों में दाखिले के लिए 10 अप्रैल तक आवेदन करने और 13 से 25 अप्रैल तक एसएलसी जमा करने के निर्देश दिए थे. लेकिन गेहूं कटाई का सीजन होने के कारण अनेक अभिभावक आवेदन नहीं कर पाए और कई छात्रों को सरकारी स्कूलों ने एसएलसी नहीं दी. इस कारण बच्चों की दाखिला प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी है। प्राइवेट स्कूल संघ ने आवेदन की अंतिम तिथि 31 मई तक बढ़ाने की मांग की है.