आगरा : कमला नगर थाना क्षेत्र के एक व्यापारी से चावल निर्यात करके अच्छे मुनाफे का झांसा देकर 1.25 करोड़ रुपये की ठगी का मामला सामने आया है. पीड़ित व्यापारी ने डीसीपी सिटी कार्यालय में शिकायत करके मदद की गुहार लगाई है. पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है. इसके बाद अब कमला नगर थाना पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है.
बता दें कि, कमला नगर के डी ब्लाक निवासी जयंत मगरानी व्यापारी हैं. जयंत मगरानी ने पुलिस को बताया कि सिंधी समाज के एक कार्यक्रम में मेरी मुलाकात ओमप्रकाश गुरवानी से हुई थी. बातचीत में ओमप्रकाश गुरवानी ने बताया कि, उनका चावल का कारोबार है. वह अपना व्यापार बढ़ाना चाहते हैं. उन्होंने मुझे चावल के निर्यात का ऑफर दिया. कहा कि, चावल निर्यात से अच्छी कमाई होगी. देश ही नहीं, विदेशों से भी ऑर्डर आते हैं.
एक कार्यक्रम में हुई थी मुलाकात : व्यापारी जयंत मगरानी का आरोप है कि, मैंने ओमप्रकाश गुरवानी से कहा कि, मैं चावल कारोबार के बारे में कुछ नहीं जानता हूं. इस पर उन्होंने कहा कि, कुछ दिन मेरे कार्यालय पर आएं, वहां पर बैठकर व्यापार करने के बारे में तरीका सिखा दूंगा. इस दौरान ओमप्रकाश के कार्यालय में उनके बेटे हीरेन से मुलाकात हुई. आरोप है कि इसके बाद पिता और बेटे ने मिलकर मुझे अच्छे मुनाफे का झांसा देकर ठगी के जाल में फंसाया. आरोपियों ने भरोसा जीतने के बाद दुबई की एक कंपनी से ऑर्डर मिलने की मुझे जानकारी दी.
ऐसे की ठगी : व्यापारी जयंत मगरानी का आरोप है कि, आरोपी पिता और बेटे ने मुझसे कहा कि, कंटेनर से चावल सप्लाई करना है. चावल जब दुबई पहुंच जाएगा तो पेमेंट हो जाएगा. इसमें मुनाफा भी खूब है. मैंने आरोपियों को रुपये देकर चावल मंगाया. चावल दुबई की कंपनी को भेज दिया. कई बार चावल दुबई भेजने पर जब भुगतान पूरा नहीं हुआ तो मैं खुद मई 2023 में दुबई पहुंच गया तो पूरे मामले का खुलासा हुआ. पता चला कि जिस दुबई की कंपनी को माल भेजा गया था वो कंपनी आरोपी ओमप्रकाश की बहू और उसके बेटे के नाम पर है. लेकिन, तब तक मेरे साथ 1.25 करोड़ की ठगी हो चुकी थी.
जांच के बाद मुकदमा : व्यापारी जयंत मगरानी ने न्याय और मदद के लिए पुलिस से गुहार लगाई है. मामले की जांच एसीपी ने की. इसके बाद कमला नगर थाना पुलिस ने ओमप्रकाश गुरवानी, कपिल गुरवानी, हीरेन गुरवानी और देविका जशनानी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है.
डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि, एसीपी की जांच के बाद मुकदमा लिखा गया है. इस मामले में पुलिस अब साक्ष्य संकलन करके कार्रवाई करेगी.