लखनऊ : उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी एसवीएम त्रिपाठी की बहन को जालसाज ने फोन कर 50 हजार की फिरौती मांगी. जालसाज ने मस्कट में उनके पोते के अपहरण की कहानी गढ़ी. जिसे सुनकर घरवाले परेशान हो गए. इस मामले में लखनऊ के हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज कर जालसाज के के बारे में छानबीन शुरू कर दी गई है. पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपी गिरफ्त में होगा.
हजरतगंज के शहनाज अख्तर रोड स्थित डेफ ड्यूल अपार्टमेंट में रहने वाले अशोक मिश्र ने कोतवाली में मुकदमा लिखवाया है. जिसके मुताबिक दो दिन पूर्व उनकी 92 वर्षीय मां विद्या मिश्र, जो कि पूर्व डीजीपी एसवीएम त्रिपाठी की बहन हैं, उन्हें एक कॉल आई थी. अशोक मिश्रा के मुताबिक, कॉल करने वाले ने उनकी मां से कहा कि मस्कट में उनके पोते विनय मिश्रा का अपहरण कर लिया गया है. उसे छुड़ाने के लिए तत्काल पचास हजार रुपये यूपीआई कर दो. विनय मिश्रा अशोक के बेटे हैं और मस्कट में ही नौकरी करते हैं. हालांकि पीड़ित अशोक मिश्रा फिरौती की रकम को सुन यह अंदाजा लगा चुके थे कि यह कॉल जालसाजों द्वारा की गई है. उन्होंने मस्कट में बेटे से बात भी की.
अपहरण और फिरौती की कॉल आते है विद्या मिश्रा ने इसकी जानकारी अशोक को दी. अशोक के मुताबिक, कॉल करके वाले को उनकी सभी जानकारी थी. उनके फोन नम्बर, उनका बेटा मस्कट में है, यह भी पता था, जो काफी चौंकाने वाला है. हालांकि हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज कर ली गई है. एडीसीपी सेंट्रल मनीषा सिंह ने बताया कि अशोक मिश्रा की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. प्रथम दृष्ट्या लगता है कि यह कॉल साइबर जालसाजों द्वारा की गई है. जांच की जा रही है. जैसे भी तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी.
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