पीलीभीत: अमेरिका में नई सरकार के गठन के बाद लगातार अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश अलग-अलग देशों के लोगों को वापस भेजने का दौर जारी है. ऐसे में भारत के भी कई लोग लगातार अमेरिका से भारत भेजे जा रहे हैं, जिससे भारत की छवि खराब हुई है. वहीं दूसरी तरफ जिले में बहुतायात में ऐसे मामले सामने आने लगे हैं, जिसमें विदेश भेजने के नाम पर लोगों को लाखों की ठगी का शिकार बनाया जा रहा है.
फर्जी मार्कशीट करते थे तैयार: पूरनपुर और माधोटांडा थाने में दर्ज ऐसे मामलों का संज्ञान लेकर पीलीभीत पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की. इस दौरान सामने आया कि अनपढ़ लोगों को भी विदेश का लालच लेकर जिले में कुछ आईलेट्स संचालक अपने साथियों की मदद से लोगों से पहले लाखों की रकम लेते थे. फिर उन लोगों के लिए अलग-अलग यूनिवर्सिटी की फर्जी मार्कशीट तैयार करते थे. पुलिस पूछताछ में गिरफ्तार आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे पिछले पांच वर्षों से इस अवैध धंधे में लिप्त हैं.
गिरोह छात्रों को विदेश भेजने के नाम पर उनसे लाखों रुपये ऐंठता था. हिंदी माध्यम से पढ़े या कम अंकों वाले छात्रों को अंग्रेजी माध्यम की फर्जी मार्कशीट और अन्य दस्तावेज उपलब्ध कराते थे, जिससे उनका वीजा अप्रूवल आसान हो सके. इसके अलावा, वे ऑनलाइन इंटरव्यू में पास कराने के लिए किसी अन्य व्यक्ति को बिठाने की व्यवस्था भी करते थे.
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गिरोह के सदस्य ने यह भी कबूला कि वे कई आईलेट्स और इमीग्रेशन सेंटरों से जुड़े थे और फर्जी प्रमाण पत्रों के आधार पर विदेश जाने की इच्छुक युवाओं से मोटी रकम वसूलते थे. जिन छात्रों को विदेश भेजने के लिए आवेदन करना होता था, उनके खाते में कुछ महीनों की ट्यूशन फीस जमा कर दी जाती थी. ताकि उनके आवेदन में कोई संदेह न हो. इसके अलावा, गिरोह ने एक ऐसे व्यक्ति की भी व्यवस्था कर रखी थी, जो बिना वास्तविक धनराशि के नकली फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) तैयार कर देता था, जिसे वे छात्रों की फाइलों में संलग्न करते थे.
7 आरोपी हुए गिरफ्तार : पूरनपुर पुलिस ने मलकीत सिंह, कुलवंत सिंह हरसिमरन सिंह नागेंद्र पांडे और सिमरनजीत सिंह को गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही माधोटांडा पुलिस ने रवींद्र सिंह और मलकीत सिंह को गिरफ्तार किया है.
घटना का खुलासा अपर पुलिस अधीक्षक विक्रम दहिया ने पुलिस लाइन में किया. अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपियों के पास से तीन लैपटॉप साथ मोबाइल 60 से अधिक फर्जी मार्कशीट बरामद की गई है. पुलिस मामले की अग्रिम जांच कर रही है. इसके साथ ही उन लोगों का भी पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है जिनके साथ इन आरोपियों ने ठगी की थी. अपर पुलिस अधीक्षक ने अपील की है कि विदेश जाने की इच्छा रखने वाले लोग सही माध्यम को ही चुने और सर्टिफाइड संस्था के जरिए ही अपनी कार्रवाई पूरी करें. जिन लोगों के साथ ठगी हुई है, वह पुलिस के संपर्क में आकर अपनी शिकायत दर्ज कराये.
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