नई दिल्ली/नोएडा: कृषि मंत्रालय का निदेशक बताकर एक कंपनी के निदेशक के साथ धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है. आरोप है कि कंपनी को चार करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है. इस मामले में कोर्ट के आदेश पर कोतवाली सेक्टर-39 ने चार लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा सोमवार को दर्ज किया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
नोएडा के सेक्टर-45 निवासी संजय श्रीवास्तव एक ऑर्गेनिक कंपनी चलाते हैं. आरोप है कि कुछ साल पहले उनकी मुलाकात लखनऊ निवासी डॉ. कृष्ण चंद्रा से हुई. कृष्ण चंद्र ने खुद को कृषि मंत्रालय में निदेशक बताया. उन्होंने पीड़ित से कहा कि उनकी कंपनी को बेहतर बनाने के लिए बड़ी कंपनी के साथ काम करना होगा. यह कहते हुए आरोपी ने गुरुग्राम स्थिति एक दूसरी कंपनी के साथ बातचीत करने की बात कही.
इसके बाद नोएडा में एक यूनिट लगाने के लिए उनसे 50 लाख रुपये ले लिए गए. इसके बाद अलग-अलग तरीके से माल सप्लाई, उत्पादन के नाम पर चार करोड़ रुपये से अधिक का फर्जीवाड़ा किया गया. इस मामले में पुलिस ने कृष्ण चंद्रा, वीना चंद्रा, पारूल चंद्रा व पंकज कुमार वर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
फर्जी बिल बुक बनाकर कोरियर कंपनी के साथ कर्मचारी ने की ठगी
फर्जी बिल बुक बनाकर एक कर्मचारी ने कूरियर कंपनी के साथ 13 लाख रुपये से अधिक की ठगी कर ली. कूरियर कंपनी के मालिक ने कोर्ट के आदेश पर कोतवाली सेक्टर-39 में सोमवार को मुकदमा दर्ज कराया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. कविनगर गाजियाबाद निवासी नीरज गुप्ता ने कोर्ट में अर्जी दी है कि सदरपुर निवासी संजय कुमार सक्सेना वर्ष 2012 से इनकी कंपनी में काम करता था. कूरियर पैकेट को बैंक से लेना और डिलिवरी करना उसका काम था. आरोप है कि संजय ने कंपनी से मिलती जुलती बिल बुक बनाकर अपनी पत्नी के साथ मिलकर फर्जीवाड़ा किया. दोनों ने मिलकर कंपनी के साथ 13 लाख रुपये से अधिक की ठगी कर ली. इस मामले में कोतवाली सेक्टर-39 पुलिस ने संजय कुमार और उसकी पत्नी के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया है.
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