सीकर : जिले में 100 करोड़ के पुराने 2 हजार के नोट बदलवाने का झांसा देकर 20 लाख रुपए ठगने का मामला सामने आया है. आरोपियों ने नोट बदलवाने के बदले सामने वाले को 10 फीसदी कमीशन देने का झांसा दिया. विश्वास दिलाने के लिए पुराने नोटों का एक वीडियो भी भेजा. इसके बाद कमीशन के नाम पर 20 लाख रुपए मिलने के बाद सभी आरोपी फरार हो गए.
फतेहपुर कोतवाल सुभाष बिजारणियां ने बताया कि फतेहपुर के राकेश पोद्दार ने धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है. राकेश का आरोप है कि करीब तीन महीने पहले उसके जीजा मनोज लोहिया के घर फतेहपुर निवासी बनवारीलाल प्रजापत मिलने आया था. बनवारी ने राकेश से कहा कि जोधपुर निवासी सुमेर सिंह के पास दो हजार रुपए के पुराने नोट हैं, जो करीब 100 करोड़ रुपए हैं. सुमेर चाहता है कि इस राशि को नए नोटों में बदलवा दी जाए. बनवारी ने कहा कि नोट बदलवाने के बदले करीब 10 फीसदी कमीशन मिल जाएगा. इसके बाद बनवारी उसे जोधपुर ले गया और वहां उसे शंकर सिंह मिला.
पुराने नोट के बदले 50 करोड़ रुपए की मांग : उसने बताया कि वह सुमेर का काम संभालता है और उसने पुराने नोटों का एक वीडियो भी भेजा. उसमें दो-दो हजार रुपए के काफी नोट थे. बनवारी ने राकेश से कहा कि भीमसिंह कुमावत नाम का व्यक्ति ये राशि बदलवा देगा. इसके बाद बनवारी व राकेश भीमसिंह से मिले. सुमेर ने 100 करोड़ रुपए के पुराने नोट के बदले 500 रुपए के नए नोट के लिए 50 करोड़ रुपए की मांग की. इधर, भीम सिंह ने कहा कि उसके पास एक कंपनी है जो ये राशि बदलकर दे देगी. राकेश के अनुसार इसके बाद उसे कंपनी का मैनेजर शैलेष रमेश मिला. उसने कंपनी की आईडी दिखाते हुए कहा कि वह ये राशि 10 करोड़ के कमीशन में बदल देगा. उसने रुपए बदलवाने के लिए एक स्लॉट बुक करवाने की बात कही. उसके बदले 40 लाख का खर्चा बताया.
इसके बाद राकेश को जोधपुर में शैलेष रमेश, भीमसिंह व सुमेर सिंह मिले. राकेश ने उन्हें 20 लाख रुपए दे दिए, जब राकेश व उसका जीजा मनोज कंपनी के दूसरे मैनेजर अनिल से मिले तब पता लगा कि ऐसी कोई कंपनी यहां नहीं है. इसके बाद राकेश ने सुमेर सिंह, शंकर सिंह, भीमसिंह, शैलेष रमेश एवं अनिल के खिलाफ रिपोर्ट दी है. मामले की जांच कर रहे एएसआई विधाधर सिंह का कहना है कि नामजद लोगों ने राकेश से 20 लाख रुपए हड़प लिए. पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है.