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पुलिसकर्मी बताकर मैट्रिमोनियल साइट पर की दोस्ती, महिला आरक्षी से ट्रांसफर के नाम पर ऑनलाइन ठगी - Fatehpur News

यूपी के फतेहपुर जिले में महिला आरक्षी ठगी का शिकार (cyber crime in fatehpur) हो गई. ठग ने महिला आरक्षी से ट्रांसफर कराने के नाम पर रुपये ठग लिए.

महिला आरक्षी से ट्रांसफर के नाम पर ऑनलाइन ठगी
महिला आरक्षी से ट्रांसफर के नाम पर ऑनलाइन ठगी (Photo credit: ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jul 29, 2024, 1:06 PM IST

फतेहपुर : यूपी के जनपद फतेहपुर के महिला थाना में तैनात एक महिला आरक्षी ठगी का शिकार हो गई. ठग ने दोस्ती बढ़ाकर आरक्षी से ट्रांसफर कराने के नाम पर 6500 रुपये ठग लिए. महिला आरक्षी की तहरीर पर साइबर थाने में केस दर्जकर पुलिस आरोपी की तलाश में जुट गई है.

जानकारी के मुताबिक, जौनपुर जिला निवासी एक महिला आरक्षी वर्तमान में जिले के महिला थाने में तैनात है. उसने बताया कि उसने शादी के आशय से मार्च 2024 को एक मैट्रिमोनियल साइट पर प्रोफाइल बनाई थी. अप्रैल माह में वीके सिंह नाम से रिक्वेस्ट आई. जिसमें उसने स्वयं को पुलिस विभाग में कम्प्यूटर ऑपरेटर (ग्रेड अ) के पद पर होना बताया था. पुलिसकर्मी जानकर उसने रिक्वेस्ट स्वीकार कर ली थी. इसके बाद फोन पर बातचीत होने लगी. करीब एक माह तक बात हुई.

महिला ने बताया कि इस बीच उसने वीके सिंह से पुलिस विभाग का परिचय पत्र मांगा तो उसने व्हाट्सएप पर भेज दिया, जिसके बाद उसे विश्वास हो गया. बातचीत के दौरान उसने अपना तबादला चंदौली जनपद कराए जाने की बात कही. जिस पर आरोपी ने कहा कि दस हजार भेज दो वह करवा देगा. यूपीआई के जरिए 65 सौ रुपये उक्त वीके सिंह के खाते में ट्रांसफर करा दिए थे. इसी बीच पता चला कि विकास सिंह एक फ्राॅड व्यक्ति है, जिसके सीतापुर के थाना रामकोट में तैनात एक महिला आरक्षी ने भी केस दर्ज करा रखा है. साइबर थाना प्रभारी सुनील कुमार सिंह ने बताया कि केस दर्जकर जांच की जा रही है.

फतेहपुर : यूपी के जनपद फतेहपुर के महिला थाना में तैनात एक महिला आरक्षी ठगी का शिकार हो गई. ठग ने दोस्ती बढ़ाकर आरक्षी से ट्रांसफर कराने के नाम पर 6500 रुपये ठग लिए. महिला आरक्षी की तहरीर पर साइबर थाने में केस दर्जकर पुलिस आरोपी की तलाश में जुट गई है.

जानकारी के मुताबिक, जौनपुर जिला निवासी एक महिला आरक्षी वर्तमान में जिले के महिला थाने में तैनात है. उसने बताया कि उसने शादी के आशय से मार्च 2024 को एक मैट्रिमोनियल साइट पर प्रोफाइल बनाई थी. अप्रैल माह में वीके सिंह नाम से रिक्वेस्ट आई. जिसमें उसने स्वयं को पुलिस विभाग में कम्प्यूटर ऑपरेटर (ग्रेड अ) के पद पर होना बताया था. पुलिसकर्मी जानकर उसने रिक्वेस्ट स्वीकार कर ली थी. इसके बाद फोन पर बातचीत होने लगी. करीब एक माह तक बात हुई.

महिला ने बताया कि इस बीच उसने वीके सिंह से पुलिस विभाग का परिचय पत्र मांगा तो उसने व्हाट्सएप पर भेज दिया, जिसके बाद उसे विश्वास हो गया. बातचीत के दौरान उसने अपना तबादला चंदौली जनपद कराए जाने की बात कही. जिस पर आरोपी ने कहा कि दस हजार भेज दो वह करवा देगा. यूपीआई के जरिए 65 सौ रुपये उक्त वीके सिंह के खाते में ट्रांसफर करा दिए थे. इसी बीच पता चला कि विकास सिंह एक फ्राॅड व्यक्ति है, जिसके सीतापुर के थाना रामकोट में तैनात एक महिला आरक्षी ने भी केस दर्ज करा रखा है. साइबर थाना प्रभारी सुनील कुमार सिंह ने बताया कि केस दर्जकर जांच की जा रही है.


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