ETV Bharat / state

कंपनी में निवेश पर मोटे मुनाफे का झांसा देकर लगाया 62.54 लाख का चूना, अब लोगों को ऐसे जाल में फंसा रहे साइबर ठग - Fraud in Haryana - FRAUD IN HARYANA

Fraud in Haryana: हरियाणा में साइबर ठग अलग-अलग पैंतरे अपना कर लोगों को जाल में फंसा रहे हैं. जींद में कंपनी में निवेश करके भारी मुनाफे का झांसा देकर ठगी का मामला सामने आया है तो सोनीपत साइबर ठगों ने टास्क पूरा करने के नाम पर ठगी की है. वहीं, नूंह साइबर थाना पुलिस ने साइबर अपराधियों को फर्जी सिम और एटीएम कार्ड बेचने वाले आरोपी को धर दबोचा है.

Jind Cyber fraud in nuh Cyber fraud in sonipat
हरियाणा में साइबर फ्रॉड
author img

By ETV Bharat Haryana Team

Published : Mar 24, 2024, 8:25 AM IST

जींद/सोनीपत/नूंह: हरियाणा के विभिन्न जिलों में आए दिन आपराधिक और साइबर फ्रॉड से जुड़ी घटनाएं सामने आ रही है. हालांकि पुलिस की टीम लगातार कार्रवाई में जुटी है. इसी कड़ी में पुलिस ने जींद, सोनीपत और नूंह में साइबर ठगी के मामले सामने आए हैं. संबंधित थाना पुलिस ने तीनों मामले की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी है.

कंपनी में निवेश पर 62 लाख का चूना: हरियाणा के जींद में कंपनी में निवेश करने पर भारी मुनाफे का झांसा दे लगभग 62 लाख 54 हजार रुपये हड़पने का मामला सामने आया है. सिक्योरिटी के तौर पर दिए गए चेक पर भी हस्ताक्षर फर्जी किए गए थे. जब आरोपियों से राशि मांगी तो उसे बुरा अंजाम भुगतने की धमकी दी गई. सिविल लाइन थाना पुलिस ने शिकायत के आधार पर दो लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

क्या है पूरा मामला?: गांव खरैंटी निवासी दीपक ने पुलिस को दी शिकायत में बताया "फरवरी 2021 में उसका संपर्क राजपुरा भैण गांव के रहने वाले और एक कंपनी चलाने वाले अशोक और चरखी दादरी के ढांडी छिल्लर गांव के रहने वाले दिनेश से हुआ. दोनों ने अपनी कंपनी ने गोहाना रोड पर कार्यक्रम किया हुआ था. उन्होंने बताया कि कंपनी मसाले और हर्बल प्रोडक्ट बनाती है. कंपनी मालकियत के कागजात दिखा कर विश्वास में ले लिया. साथ ही बताया कि कंपनी में निवेश करने पर कई गुना मुनाफा होगा, जिस पर 27 फरवरी 2021 मैंने 6.53 लाख का निवेश किया. जिसके बाद आरोपियों ने मेरे बैंक अकाउंट में कुछ राशि डाल कर लालच देते रहे. फिर कंपनी में ग्रोथ बता कर और राशि निवेश कंपनी में करवा लिया. इस तरह से मुझसे कंपनी में 62 लाख 53,800 रुपए का निवेश करा लिया गया. विश्वास जताने के लिए आरोपियों ने 50 लाख रुपए की परनोट भी दिए थे. इसके अलावा दो चेक भी सिक्योरिटी के तौर पर दिए थे.

Fraud in Jind
जींद में कंपनी में निवेश पर मोटे मुनाफे का झांसा देकर लगाया 62.54 लाख का चूना

कुछ समय के बाद पीड़ित ने निवेश राशि को वापस मांगा तो कुछ दिन इंतजार करने के लिए कहा गया. इस तरह से लंबा समय बीत गया, लेकिन राशि वापस नहीं दी. 2 साल के बाद पीड़ित जब आरोपियों के अर्बन एस्टेट स्थित कार्यालय में गया तो उसके साथ गाली गलौज की गई और बुरा अंजाम भुगतने की धमकी दी गई. जब सिक्योरिटी चेकों को बैंक में लगाया तो हस्ताक्षर मिसमैच पाए गए.

पीड़ित की शिकायत पर मामला दर्ज: सिविल लाइन थाना पुलिस ने दीपक की शिकायत पर शनिवार को कंपनी संचालक अशोक और दिनेश के खिलाफ धोखाधड़ी, अमानत में खयानत, धमकी देने समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. सिविल लाइन थाना के जांच अधिकारी वीरेंद्र सिंह ने बताया कि कंपनी में निवेश करने पर मुनाफे का झांसा देकर राशि हड़पने का आरोप लगाते हुए शिकायत दी गई थी. फिलहाल मामला दर्ज कर लिया गया है. मामले की जांच की जा रही है.

सोनीपत में साइबर ठगी: सोनीपत में साइबर ठगी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. सोनीपत की न्यू ब्रह्म कॉलोनी निवासी एक व्यक्ति से लिंक पर रेटिंग देने के नाम पर 7.24 लाख रुपए ठगी का मामला सामने आया है. पीड़ित ने मामले की शिकायत साइबर थाना पुलिस को दी है.

cyber fraud in sonipat
सोनीपत में साइबर ठगी

क्या है पूरा मामला?: न्यू ब्रह्म कॉलोनी निवासी अंकुश गुलाटी ने साइबर थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया है "मेरे व्हाट्सएप पर एक युवती की तरफ से मैसेज भेजकर ऑनलाइन काम का ऑफर दिया गया. सामने से मैसेज करने वाली युवती ने अपना नाम निशिता बताया. निशिता ने उसे मैसेज के लिंक भेजा. निशिता नाम की युवती की तरफ से भेजे गए मैसेज में लिंक पर रेटिंग देकर कमीशन देने की बात कही गई और निशिता ने व्हाट्सएप ग्रुप में शामिल कर लिया. इसके बाद कुछ लिंक पर रेटिंग देकर 800 से 1000 रुपये दिए गए. बाद में मुझे टेलीग्राम ग्रुप में भी शामिल कर लिया गया. इसके बाद ठगों ने 2000 रुपये फीस जमा करवा कर और ज्यादा कमाई के बारे में बताया. इस पर मैंने दिए गए अकाउंट में रुपए जमा करवा दिए. इसके बाद लिंक भेज कर खाते बना कर काम करने को कहा गया. इसके बाद मुझसे बिटक्वाइन प्रोडक्ट में निवेश करने को कहा गया. ऐसा करने के बाद मेरे अकाउंट 2800 रुपये दिखाई देने लगे. वह रुपए मेरे बैंक अकाउंट में भी आ गए."

टास्क पूरा करने के नाम पर 7.24 लाख की ठगी: पीड़ित ने बताया कि इस तरह से लालच देकर ठगों ने 18 मार्च को उससे अलग-अलग बैंक अकाउंट में उससे 7,24,800 रुपए डलवाए. टास्क पूरा होने पर उसके खाते में 10.83 रुपये दिखाई देने लगे. जब उसने रुपए बैंक खाते में डालने का प्रयास किया तो और टास्क दिए गए. इसके बाद उसे अहसास हुआ कि उसके साथ साइबर ठगी हुई है. इस तरह से साइबर ठगों ने उनके 7,24,800 रुपए ठग लिए गए. साइबर थाना प्रभारी ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस सभी खातों के रिकॉर्ड भी चेक कर रही है. आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

cyber fraud in Nuh
साइबर अपराधियों को फर्जी सिम और एटीएम कार्ड बेचने वाला गिरफ्तार.

साइबर अपराधियों को फर्जी सिम और एटीएम कार्ड बेचने वाला गिरफ्तार: नूंह पुलिस ने एक ऐसे अपराधी को दबोचा है, जो धोखाधड़ी और जालसाजी कर लोगों से ठगी करने वालों को फर्जी सिम और एटीएम कार्ड उपलब्ध कराता था. आरोपी के खिलाफ नूंह साइबर थाना पुलिस ने विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

ओडिशा और बिहार से खरीदता था फर्जी एक्टिवेटेड सिम और ATM कार्ड: नूंह साइबर थाना पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक चीला गांव थाना सदर तावडू का रहने वाला आजाद उर्फ छेनी साइबर अपराधियों को फर्जी सिम और फर्जी डेबिट कार्ड उपलब्ध कराता था, जिनका प्रयोग कर साइबर अपराधी लोगों के साथ ऑनलाइन तरीके से धोखाधड़ी कर ठगी करते थे. आरोपी ओडिशा और बिहार से फर्जी एक्टिवेटेड सिम और एटीएम कार्ड सस्ते दामों पर खरीदता था. फिर उन्हें मेवात के साइबर अपराधियों से संपर्क कर उन्हें महंगे दामों पर बेचता था.

आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज: शुक्रवार को भी वह एक तरह की वारदात करने की फिराक में था. उसी दौरान सूचना मिली कि आजाद पुनहाना ट्रक मार्केट में साइबर अपराधियों को फर्जी सिम और फर्जी एटीएम कार्ड बेचने के लिए आएगा. सूचना के मुताबिक पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में आरोपी की पहचान आजाद उर्फ छेनी निवासी चीला थाना तावडू के रूप में हुई है. आरोपी के खिलाफ साइबर थाना पुलिस ने विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आगामी तफ्तीश शुरू कर दी है.

ये भी पढ़ें:

जींद/सोनीपत/नूंह: हरियाणा के विभिन्न जिलों में आए दिन आपराधिक और साइबर फ्रॉड से जुड़ी घटनाएं सामने आ रही है. हालांकि पुलिस की टीम लगातार कार्रवाई में जुटी है. इसी कड़ी में पुलिस ने जींद, सोनीपत और नूंह में साइबर ठगी के मामले सामने आए हैं. संबंधित थाना पुलिस ने तीनों मामले की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी है.

कंपनी में निवेश पर 62 लाख का चूना: हरियाणा के जींद में कंपनी में निवेश करने पर भारी मुनाफे का झांसा दे लगभग 62 लाख 54 हजार रुपये हड़पने का मामला सामने आया है. सिक्योरिटी के तौर पर दिए गए चेक पर भी हस्ताक्षर फर्जी किए गए थे. जब आरोपियों से राशि मांगी तो उसे बुरा अंजाम भुगतने की धमकी दी गई. सिविल लाइन थाना पुलिस ने शिकायत के आधार पर दो लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

क्या है पूरा मामला?: गांव खरैंटी निवासी दीपक ने पुलिस को दी शिकायत में बताया "फरवरी 2021 में उसका संपर्क राजपुरा भैण गांव के रहने वाले और एक कंपनी चलाने वाले अशोक और चरखी दादरी के ढांडी छिल्लर गांव के रहने वाले दिनेश से हुआ. दोनों ने अपनी कंपनी ने गोहाना रोड पर कार्यक्रम किया हुआ था. उन्होंने बताया कि कंपनी मसाले और हर्बल प्रोडक्ट बनाती है. कंपनी मालकियत के कागजात दिखा कर विश्वास में ले लिया. साथ ही बताया कि कंपनी में निवेश करने पर कई गुना मुनाफा होगा, जिस पर 27 फरवरी 2021 मैंने 6.53 लाख का निवेश किया. जिसके बाद आरोपियों ने मेरे बैंक अकाउंट में कुछ राशि डाल कर लालच देते रहे. फिर कंपनी में ग्रोथ बता कर और राशि निवेश कंपनी में करवा लिया. इस तरह से मुझसे कंपनी में 62 लाख 53,800 रुपए का निवेश करा लिया गया. विश्वास जताने के लिए आरोपियों ने 50 लाख रुपए की परनोट भी दिए थे. इसके अलावा दो चेक भी सिक्योरिटी के तौर पर दिए थे.

Fraud in Jind
जींद में कंपनी में निवेश पर मोटे मुनाफे का झांसा देकर लगाया 62.54 लाख का चूना

कुछ समय के बाद पीड़ित ने निवेश राशि को वापस मांगा तो कुछ दिन इंतजार करने के लिए कहा गया. इस तरह से लंबा समय बीत गया, लेकिन राशि वापस नहीं दी. 2 साल के बाद पीड़ित जब आरोपियों के अर्बन एस्टेट स्थित कार्यालय में गया तो उसके साथ गाली गलौज की गई और बुरा अंजाम भुगतने की धमकी दी गई. जब सिक्योरिटी चेकों को बैंक में लगाया तो हस्ताक्षर मिसमैच पाए गए.

पीड़ित की शिकायत पर मामला दर्ज: सिविल लाइन थाना पुलिस ने दीपक की शिकायत पर शनिवार को कंपनी संचालक अशोक और दिनेश के खिलाफ धोखाधड़ी, अमानत में खयानत, धमकी देने समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. सिविल लाइन थाना के जांच अधिकारी वीरेंद्र सिंह ने बताया कि कंपनी में निवेश करने पर मुनाफे का झांसा देकर राशि हड़पने का आरोप लगाते हुए शिकायत दी गई थी. फिलहाल मामला दर्ज कर लिया गया है. मामले की जांच की जा रही है.

सोनीपत में साइबर ठगी: सोनीपत में साइबर ठगी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. सोनीपत की न्यू ब्रह्म कॉलोनी निवासी एक व्यक्ति से लिंक पर रेटिंग देने के नाम पर 7.24 लाख रुपए ठगी का मामला सामने आया है. पीड़ित ने मामले की शिकायत साइबर थाना पुलिस को दी है.

cyber fraud in sonipat
सोनीपत में साइबर ठगी

क्या है पूरा मामला?: न्यू ब्रह्म कॉलोनी निवासी अंकुश गुलाटी ने साइबर थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया है "मेरे व्हाट्सएप पर एक युवती की तरफ से मैसेज भेजकर ऑनलाइन काम का ऑफर दिया गया. सामने से मैसेज करने वाली युवती ने अपना नाम निशिता बताया. निशिता ने उसे मैसेज के लिंक भेजा. निशिता नाम की युवती की तरफ से भेजे गए मैसेज में लिंक पर रेटिंग देकर कमीशन देने की बात कही गई और निशिता ने व्हाट्सएप ग्रुप में शामिल कर लिया. इसके बाद कुछ लिंक पर रेटिंग देकर 800 से 1000 रुपये दिए गए. बाद में मुझे टेलीग्राम ग्रुप में भी शामिल कर लिया गया. इसके बाद ठगों ने 2000 रुपये फीस जमा करवा कर और ज्यादा कमाई के बारे में बताया. इस पर मैंने दिए गए अकाउंट में रुपए जमा करवा दिए. इसके बाद लिंक भेज कर खाते बना कर काम करने को कहा गया. इसके बाद मुझसे बिटक्वाइन प्रोडक्ट में निवेश करने को कहा गया. ऐसा करने के बाद मेरे अकाउंट 2800 रुपये दिखाई देने लगे. वह रुपए मेरे बैंक अकाउंट में भी आ गए."

टास्क पूरा करने के नाम पर 7.24 लाख की ठगी: पीड़ित ने बताया कि इस तरह से लालच देकर ठगों ने 18 मार्च को उससे अलग-अलग बैंक अकाउंट में उससे 7,24,800 रुपए डलवाए. टास्क पूरा होने पर उसके खाते में 10.83 रुपये दिखाई देने लगे. जब उसने रुपए बैंक खाते में डालने का प्रयास किया तो और टास्क दिए गए. इसके बाद उसे अहसास हुआ कि उसके साथ साइबर ठगी हुई है. इस तरह से साइबर ठगों ने उनके 7,24,800 रुपए ठग लिए गए. साइबर थाना प्रभारी ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस सभी खातों के रिकॉर्ड भी चेक कर रही है. आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

cyber fraud in Nuh
साइबर अपराधियों को फर्जी सिम और एटीएम कार्ड बेचने वाला गिरफ्तार.

साइबर अपराधियों को फर्जी सिम और एटीएम कार्ड बेचने वाला गिरफ्तार: नूंह पुलिस ने एक ऐसे अपराधी को दबोचा है, जो धोखाधड़ी और जालसाजी कर लोगों से ठगी करने वालों को फर्जी सिम और एटीएम कार्ड उपलब्ध कराता था. आरोपी के खिलाफ नूंह साइबर थाना पुलिस ने विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

ओडिशा और बिहार से खरीदता था फर्जी एक्टिवेटेड सिम और ATM कार्ड: नूंह साइबर थाना पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक चीला गांव थाना सदर तावडू का रहने वाला आजाद उर्फ छेनी साइबर अपराधियों को फर्जी सिम और फर्जी डेबिट कार्ड उपलब्ध कराता था, जिनका प्रयोग कर साइबर अपराधी लोगों के साथ ऑनलाइन तरीके से धोखाधड़ी कर ठगी करते थे. आरोपी ओडिशा और बिहार से फर्जी एक्टिवेटेड सिम और एटीएम कार्ड सस्ते दामों पर खरीदता था. फिर उन्हें मेवात के साइबर अपराधियों से संपर्क कर उन्हें महंगे दामों पर बेचता था.

आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज: शुक्रवार को भी वह एक तरह की वारदात करने की फिराक में था. उसी दौरान सूचना मिली कि आजाद पुनहाना ट्रक मार्केट में साइबर अपराधियों को फर्जी सिम और फर्जी एटीएम कार्ड बेचने के लिए आएगा. सूचना के मुताबिक पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में आरोपी की पहचान आजाद उर्फ छेनी निवासी चीला थाना तावडू के रूप में हुई है. आरोपी के खिलाफ साइबर थाना पुलिस ने विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आगामी तफ्तीश शुरू कर दी है.

ये भी पढ़ें:

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.