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सावधान ! निवेश और रोजगार का झांसा देकर युवाओं से हो रही ठगी, एक्सपर्ट ने बताईं ये खास बातें - Fraud gang in UP - FRAUD GANG IN UP

देश भर में कई तरह के जालसाज गैंग (Fraud gang in UP) सक्रिय हैं. गैंग के सदस्य अलग अलग तरह के तरीके से खासकर युवाओं को टारगेट कर फंसाते हैं. जालसाज गैंग ठगी का कोई निश्चित ट्रेंड नहीं अपनाते हैं. इसलिए हर बार निवेश और रोजगार का झांसा देकर अलग तरीके से ठगी होती है.

FRAUD GANG IN UP
FRAUD GANG IN UP (Photo Credit-Etv Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jun 10, 2024, 9:20 AM IST

लखनऊ : देश भर में रोजाना हजारों युवा ठगी का शिकार हो रहे हैं. इनमें अधिकांश युवा वे होते हैं जो या तो नौकरी की तलाश में हैं या फिर किसी जैकपॉट लगने की फिराक में रहते हैं. जालसाज ऐसे ही युवाओं के फंसाने के लिए तरह तरह के चक्रव्यूह रचते हैं. यूपी की राजधानी में भी ऐसे ही युवाओं से ठगी हुई है. लखनऊ में जालसाजों का जाल ऐसा है कि यहां दर्ज होने वाले मामलों में 70 प्रतिशत धोखाधड़ी और 30 प्रतिशत स्ट्रीट क्राइम व अन्य अपराधों के होते हैं. इन 70 प्रतिशत मामलों में अधिकांश नौकरी और लॉटरी के नाम पर हुई धोखाधड़ी के होते हैं.

Fraud Alert.
Fraud Alert. (Photo Credit-Etv Bharat)







साइबर एक्सपर्ट अमित मिश्रा के मुताबिक जालसाज अलग अलग तरीकों से ठगी को अंजाम देते हैं. जैसे नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले राजधानी से दूर आसपास के जिलों में अपना जाल बिछाते हैं. इसके लिए उनके पास खुद के एजेंट होते हैं. ये एजेंट खुद को सरकारी विभाग का कर्मचारी बताकर युवाओं से संपर्क करता है. फिर उन्हें उस विभाग के ऑफिस में बुलाया जाता है. इसके बाद नौकरी दिलाने का झांसा दिया जाता है. असल में विभागीय इमारत बड़ी होने के चलते वहां कोई भी उन पर शक करता ही नहीं है. युवा को पहले ही बताया जाता है कि किसी के भी सामने संबंधित अफसर या कर्मचारी की चर्चा न करें नहीं तो नौकरी लगने की संभावना कम हो जाती है. इसके बाद ऑफिस की ही कैंटीन या फिर आगंतुक कक्ष में मीटिंग होती है और युवा को भरोसे में ले लिया जाता है.



गैंग अलग अलग तरीके से करते है ठगी

नाइजीरियन गैंग का तरीका जॉब फ्रेंड, ईमेल स्पूफिंग और फिशिंग और लाटरी फ्राड का है. बीते एक दशक में इस तरह की ऑनलाइन ठगी में नाइजीरियन गैंग के ही लोगों की संलिप्तता सामने आई है. लखनऊ में साइबर सेल ने आगरा में एक व नोएडा में कई नाइजीरियन लोगों को गिरफ्तार किया था.


रोमानियन गैंग के जालसाज एटीएम क्लोनिंग का सहारा लेते हैं. रोमानियन गैंग बीते कई वर्षों से सक्रिय है. राज्यभर में एटीएम क्लोनिंग से अब तक करोड़ की ठगी हुई है. इस गैंग ने पीएनबी के एटीएम में स्कीमर मशीन लगाई थी. इस गैंग के मेंबर टूरिस्ट बनकर सर्दी के मौसम में दिल्ली और मुंबई आते है और ठगी करक चले जाते हैं.

झारखंड गैंग के सदस्य टेलीफोन से ठगी करते हैं. झारखंड का जामताड़ा गैंग के सदस्य खुद को बैंक कर्मचारी बनकर लोगों को फोन कर इनाम का लालच देता है. इसके बाद बैंक अकाउंट की डिटेल और ओटीपी मांग कर खाते से पैसा उड़ा देते हैं. दिलचस्प यह है कि इस गैंग का कोई सदस्य अब तक पकड़ा नहीं गया है.


गोंडा मनकापुर गैंग एटीएम क्लोनिंग करके ठगी करता है. यूपी में गोंडा के मनकापुर से चल रहे इस गैंग के एक दर्जन सदस्य अब तक गिरफ्तार किए जा चुके है। इस मनकापुर गैंग पर गैंगस्टर की कार्रवाई भी की जा चुकी है. गैंग के सदस्य बेरोजगार युवकों को फ्रॉड की ट्रेनिंग भी देता है. कई शहरों में यह गैंग ठगी की वारदातें कर चुका है.

यह भी पढ़ें : सोशल मीडिया में यूपी पुलिस के नाम पर हो रही उगाही, स्पेशल डीजी ने चिन्हित किए 39 अकाउंट्स

यह भी पढ़ें : सावधान! सस्ते लोन के लिए डाउनलोड न करें ऐसे ऐप, नहीं तो भुगतना पड़ेगा खामियाजा

लखनऊ : देश भर में रोजाना हजारों युवा ठगी का शिकार हो रहे हैं. इनमें अधिकांश युवा वे होते हैं जो या तो नौकरी की तलाश में हैं या फिर किसी जैकपॉट लगने की फिराक में रहते हैं. जालसाज ऐसे ही युवाओं के फंसाने के लिए तरह तरह के चक्रव्यूह रचते हैं. यूपी की राजधानी में भी ऐसे ही युवाओं से ठगी हुई है. लखनऊ में जालसाजों का जाल ऐसा है कि यहां दर्ज होने वाले मामलों में 70 प्रतिशत धोखाधड़ी और 30 प्रतिशत स्ट्रीट क्राइम व अन्य अपराधों के होते हैं. इन 70 प्रतिशत मामलों में अधिकांश नौकरी और लॉटरी के नाम पर हुई धोखाधड़ी के होते हैं.

Fraud Alert.
Fraud Alert. (Photo Credit-Etv Bharat)







साइबर एक्सपर्ट अमित मिश्रा के मुताबिक जालसाज अलग अलग तरीकों से ठगी को अंजाम देते हैं. जैसे नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले राजधानी से दूर आसपास के जिलों में अपना जाल बिछाते हैं. इसके लिए उनके पास खुद के एजेंट होते हैं. ये एजेंट खुद को सरकारी विभाग का कर्मचारी बताकर युवाओं से संपर्क करता है. फिर उन्हें उस विभाग के ऑफिस में बुलाया जाता है. इसके बाद नौकरी दिलाने का झांसा दिया जाता है. असल में विभागीय इमारत बड़ी होने के चलते वहां कोई भी उन पर शक करता ही नहीं है. युवा को पहले ही बताया जाता है कि किसी के भी सामने संबंधित अफसर या कर्मचारी की चर्चा न करें नहीं तो नौकरी लगने की संभावना कम हो जाती है. इसके बाद ऑफिस की ही कैंटीन या फिर आगंतुक कक्ष में मीटिंग होती है और युवा को भरोसे में ले लिया जाता है.



गैंग अलग अलग तरीके से करते है ठगी

नाइजीरियन गैंग का तरीका जॉब फ्रेंड, ईमेल स्पूफिंग और फिशिंग और लाटरी फ्राड का है. बीते एक दशक में इस तरह की ऑनलाइन ठगी में नाइजीरियन गैंग के ही लोगों की संलिप्तता सामने आई है. लखनऊ में साइबर सेल ने आगरा में एक व नोएडा में कई नाइजीरियन लोगों को गिरफ्तार किया था.


रोमानियन गैंग के जालसाज एटीएम क्लोनिंग का सहारा लेते हैं. रोमानियन गैंग बीते कई वर्षों से सक्रिय है. राज्यभर में एटीएम क्लोनिंग से अब तक करोड़ की ठगी हुई है. इस गैंग ने पीएनबी के एटीएम में स्कीमर मशीन लगाई थी. इस गैंग के मेंबर टूरिस्ट बनकर सर्दी के मौसम में दिल्ली और मुंबई आते है और ठगी करक चले जाते हैं.

झारखंड गैंग के सदस्य टेलीफोन से ठगी करते हैं. झारखंड का जामताड़ा गैंग के सदस्य खुद को बैंक कर्मचारी बनकर लोगों को फोन कर इनाम का लालच देता है. इसके बाद बैंक अकाउंट की डिटेल और ओटीपी मांग कर खाते से पैसा उड़ा देते हैं. दिलचस्प यह है कि इस गैंग का कोई सदस्य अब तक पकड़ा नहीं गया है.


गोंडा मनकापुर गैंग एटीएम क्लोनिंग करके ठगी करता है. यूपी में गोंडा के मनकापुर से चल रहे इस गैंग के एक दर्जन सदस्य अब तक गिरफ्तार किए जा चुके है। इस मनकापुर गैंग पर गैंगस्टर की कार्रवाई भी की जा चुकी है. गैंग के सदस्य बेरोजगार युवकों को फ्रॉड की ट्रेनिंग भी देता है. कई शहरों में यह गैंग ठगी की वारदातें कर चुका है.

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