पटना: बचपन बचाओ आंदोलन की टीम ने मसौढ़ी के कर्पूरी चौक स्थित विभिन्न होटल व प्रतिष्ठानों में छापामारी की. इस दौरान टीम ने वहां से चार बाल श्रमिकों को मुक्त कराया.बाद में बचपन बचाओ आन्दोलन के सहायक परियोजना अधिकारी जितेन्द्र कुमार के द्वारा उन होटल व प्रतिष्ठानों के संचालक के विरुद्व प्राथमिकी दर्ज कराया गया.
मसौढ़ी से चार बाल श्रमिक कराए गए मुक्त: टीम चारों बाल श्रमिक को लेकर पटना चली गयी है, जहां उन्हें बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया जायेगा. इधर टीम के अचानक पहुंचने व छापामारी की खबर से नगर के अन्य प्रतिष्ठानों के मालिकों के बीच हड़कंप मच गया और वे आनन फानन में अपने यहां से सभी बाल मजदूरों को हटाते हुए सुरक्षित स्थानों पर लेकर चले गये.
झारखंड के हैं दो बच्चे: इस संबंध में सहायक परियोजना अधिकारी द्वारा बताया गया कि नगर के कर्पूरी चौक पर स्थित संघतपर निवासी केशव प्रसाद के पुत्र राजेश कुमार के होटल पर कई बाल मजदूर काम कर रहे थे. इन बाल श्रमिकों में 12 साल के दो बच्चे झारखंड के हैं, जो होटल में प्लेट धोने का काम करते हैं.
होटलों में टीम की छापेमारी से हड़कंप: वहीं मसौढ़ी के दीघवां निवासी अलादेव प्रसाद के पुत्र विनोद कुमार के भोजनालय में जहानाबाद के काको थाना का एक बच्चा काम करता है जिसकी उम्र 14 साल बतायी जाती है. वहीं वैशाली के एक 13 साल के बच्चे को खैनी भंडार में काम करते हुए बरामद किया गया.
"राजेश कुमार,विनोद कुमार और संजीत कुमार के विरद्ध सुसंगत धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. आगे की कार्रवाई की जा रही है."- सहायक परियोजना अधिकारी
थानाध्यक्ष का बयान: थानाध्यक्ष विजय कुमार यादवेंदु ने बताया कि "इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर अग्रतर कार्रवाई की जा रही है. धावा दल के द्वारा सभी होटलों मे छापेमारी की गई थी. चार बाल श्रमिक मुक्त कराये गये हैं. यह कार्रवाई निरतंर चलेगी."
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