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यूपी के किले और हवेलियों की बदलेगी सूरत, 60 राजा-महाराजाओं के साथ योगी सरकार करेगी मंथन

सीएम योगी के निर्देशन में हेरिटेज कॉन्क्लेव का आयोजन करेगा पर्यटन विभाग.

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किले और हवेलियों को पर्यटकों का आकर्षण केन्द्र बनाने की तैयारी. (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Dec 2, 2024, 11:06 AM IST

लखनऊ : योगी आदित्यनाथ सरकार यूपी के किले, कोठी और पैलेस के विकास की नई गाथा लिखने जा रही है. पर्यटन विभाग इसकी नींव रखने की तैयारी कर रहा है. आगामी सात दिसंबर को लखनऊ स्थित होटल ताज में हेरिटेज कॉन्क्लेव का आयोजन होगा. इसमें 60 से अधिक राजा-महाराजा के साथ संवाद के लिए देश भर से लगभग 250 प्रसिद्ध होटल मालिक, इन्वेस्टर्स, रियल स्टेट व्यवसायी और कंसल्टेंट आएंगे. सहमति बनी तो उत्तर प्रदेश विरासत पर्यटन में भी देश-दुनिया को आकर्षित करने वाला स्थल बनेगा.

उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश हाल के वर्षों में पर्यटन के क्षेत्र में तेजी से विकास करने वाला राज्य बनकर उभरा है. बीते वर्ष 2023 में यहां 48 करोड़ से अधिक पर्यटक आए थे. अयोध्या, काशी, मथुरा, प्रयागराज सहित अन्य तीर्थ स्थल सर्वाधिक पर्यटकों को आकर्षित करते हैं. उत्तर प्रदेश में हेरिटेज टूरिज्म की असीम संभावनाएं हैं. यहां बड़ी संख्या में किले, पैलेस और कोठियां हैं, जिन्हें उपयोगी बनाकर पर्यटकों को आकर्षित किया जा सकता है. विरासत पर्यटन में अग्रिम पंक्ति में खड़े राजस्थान, गुजरात राज्यों की तर्ज पर पर्यटन विभाग उत्तर प्रदेश में भी तैयारी कर रहा है.

कॉन्क्लेव में होंगे कई एमओयू : उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में स्थित किले, पैलेस और कोठियों को उनके वास्तविक स्वरूप, वास्तुकला और जो उनकी अन्य विशेषताएं हैं, उन्हें बरकरार रखते हुए यहां हेरिटेज होटल, वेडिंग डेस्टिनेशन, वेलनेस सेंटर, रिजार्ट, कल्चरल सेंटर आदि बनाने की योजना है. इसके तहत पर्यटन विभाग अपनी छह प्रापर्टीज चुनार का किला मीरजापुर, बरुआसागर का किला झांसी, छतर मंजिल लखनऊ, बरसाना महल मथुरा, शुक्ल तालाब कानपुर देहात और रोशन-उद-दौला लखनऊ को हाल ही में पीपीपी मॉडल पर दिया है. कॉन्क्लेव में इनका एमओयू भी होगा. विभाग की ऐसी अन्य प्रापर्टी को पीपीपी पर विकसित करने की तैयारी है.

ढाई सौ से अधिक लोगों को किया गया आमंत्रित : पर्यटन मंत्री ने बताया कि राज्य में अनेक संपत्तियां जो राजा-महाराजा के पास है, इनका विकास करना है. विभाग की तरफ से आयोजित कॉन्क्लेव में 60 से अधिक राजा-महाराजा और देशभर से लगभग 250 प्रसिद्ध होटल मालिक, इन्वेस्टर्स, रियल एस्टेट व्यवसायी और कंसल्टेंट को आमंत्रित किया गया है. इनके बीच सीधा संवाद होने से सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे.

कॉन्क्लेव लाएगा रोजगार के अवसर : पर्यटन मंत्री ने बताया कि हेरिटेज कॉन्क्लेव प्रदेश में हेरिटेज टूरिज्म को बढ़ावा देने में मील का पत्थर साबित होगा. इन पर्यटन स्थलों पर देश-विदेश से बड़ी संख्या में सैलानी आएंगे. स्थानीय लोगों के सामने रोजगार का बड़ा अवसर सृजित होगा.


यह भी पढ़े : लखनऊ एयरपोर्ट पर लाखों की विदेशी सिगरेट बरामद, दुबई से आए दो पैसेंजर के पास से मिला अवैध सामान

लखनऊ : योगी आदित्यनाथ सरकार यूपी के किले, कोठी और पैलेस के विकास की नई गाथा लिखने जा रही है. पर्यटन विभाग इसकी नींव रखने की तैयारी कर रहा है. आगामी सात दिसंबर को लखनऊ स्थित होटल ताज में हेरिटेज कॉन्क्लेव का आयोजन होगा. इसमें 60 से अधिक राजा-महाराजा के साथ संवाद के लिए देश भर से लगभग 250 प्रसिद्ध होटल मालिक, इन्वेस्टर्स, रियल स्टेट व्यवसायी और कंसल्टेंट आएंगे. सहमति बनी तो उत्तर प्रदेश विरासत पर्यटन में भी देश-दुनिया को आकर्षित करने वाला स्थल बनेगा.

उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश हाल के वर्षों में पर्यटन के क्षेत्र में तेजी से विकास करने वाला राज्य बनकर उभरा है. बीते वर्ष 2023 में यहां 48 करोड़ से अधिक पर्यटक आए थे. अयोध्या, काशी, मथुरा, प्रयागराज सहित अन्य तीर्थ स्थल सर्वाधिक पर्यटकों को आकर्षित करते हैं. उत्तर प्रदेश में हेरिटेज टूरिज्म की असीम संभावनाएं हैं. यहां बड़ी संख्या में किले, पैलेस और कोठियां हैं, जिन्हें उपयोगी बनाकर पर्यटकों को आकर्षित किया जा सकता है. विरासत पर्यटन में अग्रिम पंक्ति में खड़े राजस्थान, गुजरात राज्यों की तर्ज पर पर्यटन विभाग उत्तर प्रदेश में भी तैयारी कर रहा है.

कॉन्क्लेव में होंगे कई एमओयू : उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में स्थित किले, पैलेस और कोठियों को उनके वास्तविक स्वरूप, वास्तुकला और जो उनकी अन्य विशेषताएं हैं, उन्हें बरकरार रखते हुए यहां हेरिटेज होटल, वेडिंग डेस्टिनेशन, वेलनेस सेंटर, रिजार्ट, कल्चरल सेंटर आदि बनाने की योजना है. इसके तहत पर्यटन विभाग अपनी छह प्रापर्टीज चुनार का किला मीरजापुर, बरुआसागर का किला झांसी, छतर मंजिल लखनऊ, बरसाना महल मथुरा, शुक्ल तालाब कानपुर देहात और रोशन-उद-दौला लखनऊ को हाल ही में पीपीपी मॉडल पर दिया है. कॉन्क्लेव में इनका एमओयू भी होगा. विभाग की ऐसी अन्य प्रापर्टी को पीपीपी पर विकसित करने की तैयारी है.

ढाई सौ से अधिक लोगों को किया गया आमंत्रित : पर्यटन मंत्री ने बताया कि राज्य में अनेक संपत्तियां जो राजा-महाराजा के पास है, इनका विकास करना है. विभाग की तरफ से आयोजित कॉन्क्लेव में 60 से अधिक राजा-महाराजा और देशभर से लगभग 250 प्रसिद्ध होटल मालिक, इन्वेस्टर्स, रियल एस्टेट व्यवसायी और कंसल्टेंट को आमंत्रित किया गया है. इनके बीच सीधा संवाद होने से सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे.

कॉन्क्लेव लाएगा रोजगार के अवसर : पर्यटन मंत्री ने बताया कि हेरिटेज कॉन्क्लेव प्रदेश में हेरिटेज टूरिज्म को बढ़ावा देने में मील का पत्थर साबित होगा. इन पर्यटन स्थलों पर देश-विदेश से बड़ी संख्या में सैलानी आएंगे. स्थानीय लोगों के सामने रोजगार का बड़ा अवसर सृजित होगा.


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