जहानाबाद: देशभर में 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मना रहा है. इसी कड़ी में बिहार के जहानाबाद में जिले से एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है. जहां शहर वासियों ने कूड़े के ढेर पर चढ़कर योग किया. उनके इस प्रदर्शन की चर्चा पूरे जिले भर में हो रही है.
कूड़ा डंपिंग जोन बनाया गया: दरअसल, विश्व योग दिवस पर शहर के बभना इलाके के लोगों द्वारा जहानाबाद प्रशासन के खिलाफ एक अनोखा विरोध किया गया. जहां जहानाबाद अरवल सड़क मार्ग के बभना गांव के समीप सड़क किनारे नगर परिषद द्वारा कूड़ा डंपिंग जोन बनाया गया है. जहां हर वक्त कूड़ा का ढेर लगा रहता है, जिसके कारण आसपास में रह रहे लोगों को काफी कठिनाइओं का सामना करना पड़ता है.
कूड़े को जलाने से हो रहा प्रदूषण: उन लोगों का कहना है कि राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार लोगों को स्वस्थ रहने के लिए आज योग दिवस मना रहा है. लेकिन हम लोगों के योग करने वाले जगह पर कूड़ा का ढेर लगा है. साथ ही उसको जलाया जा रहा है, जिससे काफी प्रदूषण हो रहा है. इस कारण आसपास के लोगों का जीना मुहाल हो गया है.
कूड़े के ढेर के समीप किया प्रदर्शन: इसी बात से आक्रोशित होकर मोहल्ला वासियों ने इस योग दिवस के अवसर पर कूड़े के ढेर के समीप योग किया और इसका विरोध जताया. मोहल्ले वासियों ने कहा कि नगर परिषद एवं जिला प्रशासन से कई बार इसकी शिकायत की गई है, लेकिन इसका कोई ठोस उपाय नहीं निकल पाया है.
लोगों के लिए जानलेवा हो सकता कूड़ा: वहीं, पूर्व सांसद एवं बसपा के प्रत्याशी अरुण कुमार भी इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए. उन्होंने कहा कि नगर परिषद द्वारा काफी लापरवाही की जा रही है, जो कूड़े का ढेर जलाया जा रहा है इससे काफी प्रदूषण हो रहा है. जिससे कई तरह की बीमारियां फैल रही है, जो आगे चलकर लोगों के लिए जानलेवा हो सकती है. उन्होंने बताया कि उनकी जिला पदाधिकारी से इस मुद्दे पर बात हुई है. उन्होंने आश्वासन दिया है कि जल्द से जल्द इसका हल निकल जाएगा. दूसरे जगह कुड़ा रखने की व्यवस्था की जा रही है.
"मेरी जिला पदाधिकारी से इस मुद्दे पर बात हुई है. उन्होंने आश्वासन दिया है कि जल्द से जल्द इसका हल निकल जाएगा. दूसरे जगह कुड़ा रखने की व्यवस्था की जा रही है. साथ ही कहा गया है कि नई तकनीकी के साथ कूड़े से जो खाद बनाया जाता है, इसकी संभावना की भी तलाश की जा रही है." - अरुण कुमार, पूर्व सांसद
प्रदर्शन स्थगित करने की अपील: अरुण कुमार ने कहा है कि नई तकनीकी के साथ कूड़े से जो खाद बनाया जाता है, इसकी संभावना की भी तलाश की जा रही है. इसलिए उन लोगों ने विरोध प्रदर्शन से तत्काल प्रभाव से स्थगित करने का अनुरोध किया है. जिला प्रशासन को कुछ समय दिया जाए जिससे उचित निर्णय ले सके.