रुद्रपुर/हल्द्वानी: गैरसैंण विधानसभा मानसून सत्र के दौरान किच्छा विधायक तिलक राज बेहड़ ने पूर्व विधायक राजेश शुक्ला पर विधायक लिखा हुआ लेटर पैड इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुए विशेषाधिकार हनन का मुद्दा उठाया था. जिस पर पूर्व विधायक राजेश शुक्ला की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने आरोपों को निराधार बताते हुए विधायक बेहड़ पर निशाना साधा. उन्होंने ये तक कह डाला कि उन्हें अब उनके नाम का फोबिया हो गया है.
पूर्व विधायक राजेश शुक्ला का पलटवार: दरअसल, गैरसैंण मानसून सत्र में किच्छा विधायक तिलक राज बेहड़ ने किच्छा के ही पूर्व विधायक राजेश शुक्ला पर कई आरोप लगाते हुए विशेषाधिकार हनन का मुद्दा उठाया था. उन्होंने सदन में आरोप लगाते कहा था कि पूर्व विधायक राजेश शुक्ला अभी भी विधायक लिखा हुआ लेटर पैड का इस्तेमाल कर रहे हैं. जो सीधे तौर पर विशेषाधिकार का हनन है. जिस पर अब पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
उन्होंने कहा कि सदन के नियम एवं परंपरा में उस सदस्य का जिक्र सदन में नहीं किया जा सकता, जो सदन में जवाब देने के लिए नहीं है, लेकिन वरिष्ठ विधायक होने के बावजूद उन्होंने उनका नाम लिया. जो उनकी अज्ञानता को दर्शाता है. पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने कहा कि विपक्षी दल मुद्दा विहीन है. सीएम धामी और मोदी की सरकार प्रदेश एवं देश का चहुंमुखी विकास कर रही है.
ऐसे में विपक्षी दल के विधायकों के पास कोई मुद्दा नहीं है. सदन में हर बार विधायक बेहड़ इस तरह का झूठा आरोप लगाते आए हैं कि वो विधायक का लेटर पैड का इस्तेमाल करते हैं, जो पूरी तरह से झूठ है. उन्होंने कहा कि 2027 जैसे-जैसे निकट आ रहा है, वैसे-वैसे विधायक बेहड़ को उनके नाम का फोबिया सता रहा है. इसलिए वो टारगेट कर बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं.
हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश बोले- प्रदेश में भ्रष्टाचार और अफसरशाही हावी: गैरसैंण विधानसभा मानसून सत्र से वापस लौटे हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश ने सरकार पर सवाल खड़े किए हैं. सुमित हृदयेश ने कहा कि उन्होंने विधानसभा सत्र में समस्याओं को प्रश्नों के जरिए पुरजोर तरीके से उठाया, लेकिन विधानसभा सत्र में ऐसा लगा कि सरकार पूरी तरह से मस्त और जनता त्रस्त है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम पर है और अफसरशाही का राज कायम है.
वहीं, विधायक सुमित हृदयेश ने कहा कि उत्तराखंड में निकाय चुनाव से सरकार पूरी तरह से डरी हुई है. निकाय चुनाव कराने में सरकार बार-बार बहानेबाजी कर रही है. इससे साफ जाहिर हो रहा है कि आगामी निकाय चुनाव में बीजेपी को बड़ा झटका लगने जा रहा है. उन्होंने कांग्रेसी कार्यकर्ताओं से अभी से निकाय चुनाव में जुट जाने का भी आह्वान भी किया.
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