देहरादून: बीते रोज देहरादून में उत्तराखंड प्रीमीयर लीग का आगाज हो चुका है. इस लीग में क्रिकेट के रोमांच के साथ बॉलीवुड का तड़का भी लगा है. पूर्व में मिस इंडिया रह चुकी अलंकृता सहाय भी इस लीग का हिस्सा बनी हैं. अलंकृता सहाय इनिंग ब्रेक में देहरादून क्रिकेट स्टेडियम में जोरदार परफॉर्मेंस दे रही हैं. उत्तराखंड प्रीमीयर लीग के पहले मैच के बाद ईटीवी भारत ने लंकृता सहाय से खास बातचीत की.
इनिंग ब्रेक में अपनी धमाकेदार परफॉर्मेंस देने के बाद ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए अलंकृता सहाय ने देहरादून में पहली दफा हो रहे उत्तराखंड प्रीमीयर लीग में उन्हें बुलाने के लिए आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा उत्तराखंड लगातार आगे बढ़ रहा है. उत्तराखंड एजुकेशन और टूरिज्म में अपना वर्चस्व स्थापित कर रहा है. उन्होंने कहा जब भी किसी शहर में इस तरह का आयोजन होता है तो उससे निश्चित तौर से संभावनाएं खुलती हैं. खासतौर से क्रिकेट जो कि पूरे देश को एक साथ जोड़ता है और उसके साथ एंटरटेनमेंट की भी वही भूमिका है. उन्होंने कहा जब क्रिकेट और एंटरटेनमेंट दोनों एक प्लेटफार्म पर आते हैं तो उससे स्टेट को फायदा होता है.
बॉलीवुड करियर के बारे में बात करते हुए अलंकृता सहाय ने कहा मिस इंडिया और सेवन टाइटल जितना उनके जीवन की बड़ी उपलब्धि है. इसे हमेशा उनके नाम के साथ जोड़ा जाता है. उन्होंने कहा उनके आने वाले प्रोजेक्ट काफी अलग-अलग इंडस्ट्री से हैं. उन्होंने बताया आने वाले समय में वह पंजाब, साउथ और बॉलीवुड हर इंडस्ट्री में काम करने वाली हैं. उन्हें लगातार फिल्में मिल रही हैं. उन्होंने कहा उनका व्यक्तित्व इस तरह का है कि वह जिस भी इंडस्ट्री में जाती हैं वहीं ढल जाती हैं. उन्होंने कहा जिस तरह से पानी जिस बर्तन में डाला जाता है वह उसका ही आकर ले लेता है, इसी तरह से उनकी पर्सनालिटी है.
अलंकृता सहाय का करियर: अलंकृता सहाय 2014-15 में मिस इंडिया रह चुकी हैं. इसके अलावा 7 टाइटल ऑफ मिस अर्थ का भी खिताब भी उन्हें मिल चुका है. इसके अलावा वर्तमान समय में नेटफ्लिक्स पर मशहूर 'द क्रॉउन' वेब सीरीज में भी अलंकृता सहाय अहम किरदार में नजर आ रही हैं. स्वभाव से बेहद सौम्य और डाउन टू अर्थ अलंकृता सहाय अपने कम्युनिकेशन स्किल के लिए इंडस्ट्री में खासी लोकप्रिय हैं. मॉडलिंग में करियर बनाने वाली अलंकृता सहाय वंचित बच्चों की शिक्षा के लिए काम करती हैं. अलंकृता सहाय चैरिटी के कामों में भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लेती हैं.