मेरठ : जाट समाज की महापंचायत से ठीक पहले शुक्रवार को पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री संजीव बालियान को वाई श्रेणी की सुरक्षा दे दी गई है. बीते सप्ताह उनकी सुरक्षा हटाए जाने के बाद से वेस्ट यूपी में यह मुद्दा छाया हुआ था. यूपी के सुरक्षा विभाग की ओर से एक आदेश भी जारी कर दिया गया है.
बता दें कि बीते साल यानी 2024 में हुए लोकसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी हरेंद्र मलिक से हार का मुंह देखने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान बीते कई दिनों से जाटलैंड में सुर्खियों में बने हुए थे, वजह थी उनकी सुरक्षा को हटाया जाना. जिसके बाद से अपनी सुरक्षा हटाए जाने से पूर्व मंत्री नाराज भी थे, हालांकि उन्होंने बयान दिया था कि क्षेत्र की जनता उनकी सुरक्षा है. सुरक्षा हटाए जाने के बाद स्थानीय स्तर पर 19 जनवरी को जाट समाज की ओर से एक पंचायत बुलाने का निर्णय लिया गया था. बता दें कि बीते दिनों पूर्व सांसद संजीव बालियान खानुपूर गांव में स्थित एक धार्मिक स्थल की जमीन को कब्जा मुक्त कराने की मांग के समर्थन में ग्रामीणों के साथ ही मंसूरपुर थाने पहुंच गये थे.
आदेश के मुताबिक, पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री संजीव बालियान को अब वाई कैटेगिरी की सुरक्षा मिली है. उत्तर प्रदेश के सुरक्षा विभाग के आदेश के बाद मुजफ्फरनगर पुलिस की तरफ से एक से चार सशस्त्र गार्द आवास की सुरक्षा के लिए रहेंगे, वहीं तीन पीएसओ समेत कुल 8 सुरक्षा कर्मियों की सुरक्षा अब उन्हें मिल गई है.
आइए जानते हैं आखिर कौन हैं संजीव बालियान? : पूर्व केंद्रीय मंत्री ने हरियाणा के हिसार के विश्वविद्यालय से पीएचडी की. पश्चिमी यूपी के कद्दावर जाट नेता के तौर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री की अपनी पहचान है. यूपी में सीएम योगी आदित्यनाथ की सरकार में इन्हें मंत्री बनाया गया था, वहीं एक और नेता विधानसभा पहुंच गये थे. इनमें ही एक नाम संजीव बालियान का भी है, बीजेपी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में संजीव बालियान को चुनावी मैदान में उतारा था. उन्होंने मुजफ्फरनगर के बसपा के सांसद कादिर राणा को लगभग चार लाख वोटों से पटखनी देकर जीत दर्ज की थी. जीत दर्ज करने के बाद केंद्र में उन्हें मंत्री बनाया गया था, हालांकि लगभग ढाई साल ही वह मंत्री रहे थे.
देश में जब 2019 के लोकसभा के चुनाव का बिगुल बजा तो उस चुनाव में बीजेपी की तरफ से उन्हें फिर एक बार पार्टी ने मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया. चुनाव में रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी अजीत सिंह ने भी वहीं से ताल ठोक दी थी. काफी कड़ा मुकाबला हुआ था, जिसमें बालियान ने जाटलैंड में रालोद मुखिया को हराकर जीत हासिल की थी. कद्दावर जाट नेता को पटखनी देने का इनाम बीजेपी ने उन्हें दिया और वह फिर से केंद्र सरकार में मंत्री बना दिए गये. यूपी वेस्ट में डॉक्टर संजीव बालियान की छवि की अगर बात करें तो उन्हें साफ सुथरी राजनीति के लिए जाना जाता है.