जोधपुर. आधुनिक जोधपुर के निर्माता पूर्व महाराजा उम्मेद सिंह की 121 वीं जयंती सोमवार को मनाई गई. इस मौके पर रेलवे स्टेशन के सामने स्थित उमेद सिंह सर्किल पर धर्म गुरुओं के सानिध्य में जयंती समारोह का आयोजन किया गया. यहां मेहरानगढ़ म्यूजियम ट्रस्ट के बैंड की ओर से पारंपरिक धुन बजाई गई. समारोह में थल सेना और वायु सेना के अधिकारी महापौर, पूर्व सांसद गज सिंह सहित अन्य लोगों ने पूर्व महाराजा उम्मेद सिंह की अश्वारूढ़ प्रतिमा के समक्ष पुष्पांजलि अर्पित की. समारोह में सर्व धर्म प्रार्थना का आयोजन किया गया, जिसमें हिंदू मुस्लिम व ईसाई और सिख समाज के धर्मगुरुओं ने प्रार्थनाएं की.
बता दें कि उमेद सिंह ने अपने शासनकाल में जोधपुर मारवाड़ के लिए कई जन कल्याण से जुड़े कार्य करवाए थे. उन्होंने मौजूदा जोधपुर की आधारशिला रखी थी. यही कारण है कि उनको आधुनिक जोधपुर का शिल्पी कहा जाता है. अकाल के समय जनता को काम देने के लिए बने महल का नाम उम्मेद भवन पैलेस रखा गई. उन्होंने पाली में लोगों को रोजगार देने के लिए सबसे बड़ी उम्मेद कपड़ा मिल की स्थापना भी की थी.
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जनता के लिए आधारभूत सुविधाएं जुटाईः 1903 में जन्मे उम्मेद सिंह को 1918 में जोधपुर की बागडोर संभाली थी. यह वह दौर था जब देश में आजादी की लड़ाई परवान चढ़ रही थी. पूर्व महाराजा उम्मेद सिंह ने अपनी जनता के लिए आधारभूत सुविधाएं जुटानी शुरू कर दी थी. खास तौर से स्वास्थ्य सेवाओं के लिए महात्मा गांधी अस्पताल बनाया. इसके बाद महारानी के कहने पर अलग से जनाना अस्पताल बनाया. रेलवे को बढ़ाया, बिजली, पानी की सुविधाएं दी. एयरपोर्ट से इंटरनेशनल फ्लाइट शुरू करवाई थी.