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पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर का दावा-पुलिस भर्ती का पेपर आउट हुआ, पीएम मोदी से मिलने पर अड़े - यूपी पुलिस भर्ती अमिताभ ठाकुर

देश की सबसे बड़ी प्रतियोगी परीक्षा यूपी पुलिस भर्ती का पेपर आउट होने का मामला अब तूल पकड़ रहा है. पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने टेलीग्राम पर वायरल हुए उत्तरों को आधार बनाते हुए दावा किया कि 17 फरवरी को हुई परीक्षा का पेपर आउट हो गया.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Feb 19, 2024, 5:36 PM IST

पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने टेलीग्राम पर वायरल हुए उत्तरों को आधार बनाते हुए दावा किया कि 17 फरवरी को हुई परीक्षा का पेपर आउट हो गया.

लखनऊ: देश की सबसे बड़ी प्रतियोगी परीक्षा यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती का पेपर आउट होने का मामला अब तूल पकड़ रहा है. पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने टेलीग्राम पर वायरल हुए उत्तरों को आधार बनाते हुए दावा किया कि 17 फरवरी को हुई परीक्षा का पेपर आउट हो गया और इसी के विरोध में सोमवार को लखनऊ में वह सिर पर काला पट्टा बांधकर पीएम मोदी से मुलाकात करने को लेकर इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान की ओर जाने का प्रयास कर रहे हैं.

काला पट्टा बांध पीएम मोदी से मिलने पर अड़े पूर्व आईपीएस

पूर्व आईपीएस ने कहा- यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती के लिए हुई परीक्षा में लाखों अभ्यर्थियों के साथ धोखा हुआ है. इसका पेपर आउट हुआ, बावजूद इसके यूपी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड इसे दबाने की कोशिश में लगा हुआ है. यही वजह है कि आज वो सिर पर काला पट्टा बांधे हुए हैं. ब्रेकिंग सेरेमनी में शिरकत करने आए पीएम मोदी से मिलकर इस पूरे मामले की जांच करवाने का अनुरोध करेंगे. हालांकि पुलिसकर्मियों ने अमिताभ ठाकुर को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान की ओर जाने से रोक दिया है.

टेलीग्राम में वायरल हुए थे प्रश्न व उत्तर

दरअसल, यूपी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने 23 दिसंबर 2023 को कांस्टेबल के 60244 पदों के लिए भर्तियां निकाली थीं. 17 व 18 फरवरी को सभी 75 जिलों में परीक्षा आयोजित की गई और आवेदन करने वाले 48,17,441 अभ्यर्थियों ने इन दो दिन लिखित परीक्षा दी थी. परीक्षा से पहले और 17 फरवरी को यूपी एसटीएफ व जिलों की पुलिस ने पेपर आउट करवाने की कोशिश करने वाले 122 लोगों को गिरफ्तार किया था. इसी बीच सोशल मीडिया प्लेटफार्म टेलीग्राम में जनरल स्टडी के 38 उत्तर वायरल हुए. अभ्यर्थियों को यह लगा कि पेपर आउट हो चुका है और जो गिरफ्तारियां हुई हैं, वह इसी को लेकर हुई हैं. ऐसे में अभ्यर्थियों में अफरातफरी मची और सोशल मीडिया में पेपर आउट को लेकर ट्रेंड शुरू गया.

पूर्व आईपीएस के दावे ने दी थी पेपर लीक की खबर को हवा

पेपर आउट की खबर को बल तब मिला जब पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने पेपर आउट होने का अंदेशा जताया और सीएम योगी आदित्यनाथ को एक पत्र लिख उत्तर प्रदेश सिपाही भर्ती परीक्षा के संभावित पेपर लीक की निष्पक्ष एवं पारदर्शी जांच की मांग की. कहा कि इस परीक्षा के पेपर लीक होने के संबंध में सोशल मीडिया पर लगातार अत्यंत गंभीर तथ्य आ रहे हैं. अमिताभ ठाकुर ने लिखा कि उन्होंने टेलीग्राम में वायरल हो रहे उत्तर का द्वितीय पाली के कथित प्रश्न पत्र से मिलान किया तो इसमें नई दिल्ली, गृह मंत्रालय, भारत रत्न, 26 नवम्बर, दही, मुंशी प्रेमचंद, मिश्रित अर्थव्यवस्था, डीजीलाकर, सर, मथुरा, तेलंगाना, नीलिगिरी श्रृंखला, नन्दलाल बोस, चन्द्रगुप्त, नरेन्द्र मोदी, फ़्रांस, ग्रुप ऑफ़ ट्वेंटी, महाराष्ट्र, मिशन शक्ति सहित 19 प्रश्नों के उत्तर उस कथित प्रश्नपत्र के पाए गए. उन्होंने इसे गंभीर प्रकरण बताते हुए इन तथ्यों की उच्चस्तरीय और पारदर्शी जांच करा कर एफआईआर तथा परीक्षा निरस्त किए जाने पर विचार किए जाने की मांग की है.

भर्ती बोर्ड ने दी सफाई

अभ्यर्थियों और अमिताभ ठाकुर के पेपर आउट होने के दावे पर यूपी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने जवाब दिया और कहा कि प्रारंभिक जांच में पाया गया कि अराजक तत्वों द्वारा ठगी के लिए Telegram की Edit सुविधा का प्रयोग कर सोशल मीडिया पर पेपर लीक संबंधी भ्रम फैलाया जा रहा है. बोर्ड एवं यूपी पुलिस इन प्रकरणों की निगरानी के साथ इनके सोर्स की गहन जांच कर रही है. बोर्ड द्वारा अपनी प्रत्येक परीक्षा की पारदर्शिता और शुचिता को बनाए रखने हेतु सदैव कटिबद्ध है. बृहद स्तर पर परीक्षा के सकुशल संपन्न होने के पश्चात ट्रेंड कराई जा रही असत्यापित खबरों को बोर्ड द्वारा गहनता से यूपी पुलिस की सहायता से सत्यापित कराई जाएगी. अभ्यर्थी आश्वस्त रहें.

मथुरा में परीक्षार्थी उतरे सड़कों पर, पेपर लीक होने का लगाया आरोप

मथुरा में शनिवार और रविवार को पूरे प्रदेश में हुई सिपाही पद के लिए पुलिस भर्ती परीक्षा निरस्त करने की मांग को लेकर परीक्षार्थी सड़कों पर उतरे. कलेक्ट्रेट मुख्यालय पर पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री के नाम जिलाधिकारी को सौंपा. आरोप लगाया है कि रविवार को परीक्षा देने से पूर्व प्रश्न पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.

परीक्षार्थी लकी सिंह ने आरोप लगाया कि 18 फरवरी को पुलिस भर्ती परीक्षा देने के लिए परीक्षा केंद्र पर पहुंचे, लेकिन उससे पहले ही सोशल मीडिया पर प्रश्न पत्र लीक हो गया था. दूसरे दिन 19 फरवरी को दोपहर 3:00 बजे की पारी में जो प्रश्न पत्र आना था, वह सुबह से ही सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था. आज हम लोगों ने कलेक्ट्रेट मुख्यालय पहुंचकर जिला अधिकारी को परीक्षा निरस्त करने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा है. परीक्षार्थी बालेंद्र सिंह ने बताया 19 फरवरी को उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा को लेकर हम लोगों ने परीक्षा दी थी लेकिन जानकारी हुई कि जो प्रश्न पत्र सुबह की पारी में आना है वह पहले ही सोशल मीडिया पर फोटो के साथ वायरल हो गया. हम लोग चाहते हैं कि परीक्षा निरस्त करके दोबारा परीक्षा कराई जाए.

यह भी पढ़ें : यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का पेपर क्या हो गया है लीक? जानिए UPPPRB की क्या है प्रतिक्रिया

यह भी पढ़ें : यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती: देश का सबसे बड़ा एग्जाम संपन्न, दो पुलिसकर्मी समेत 244 सॉल्वर गिरफ्तार

पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने टेलीग्राम पर वायरल हुए उत्तरों को आधार बनाते हुए दावा किया कि 17 फरवरी को हुई परीक्षा का पेपर आउट हो गया.

लखनऊ: देश की सबसे बड़ी प्रतियोगी परीक्षा यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती का पेपर आउट होने का मामला अब तूल पकड़ रहा है. पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने टेलीग्राम पर वायरल हुए उत्तरों को आधार बनाते हुए दावा किया कि 17 फरवरी को हुई परीक्षा का पेपर आउट हो गया और इसी के विरोध में सोमवार को लखनऊ में वह सिर पर काला पट्टा बांधकर पीएम मोदी से मुलाकात करने को लेकर इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान की ओर जाने का प्रयास कर रहे हैं.

काला पट्टा बांध पीएम मोदी से मिलने पर अड़े पूर्व आईपीएस

पूर्व आईपीएस ने कहा- यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती के लिए हुई परीक्षा में लाखों अभ्यर्थियों के साथ धोखा हुआ है. इसका पेपर आउट हुआ, बावजूद इसके यूपी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड इसे दबाने की कोशिश में लगा हुआ है. यही वजह है कि आज वो सिर पर काला पट्टा बांधे हुए हैं. ब्रेकिंग सेरेमनी में शिरकत करने आए पीएम मोदी से मिलकर इस पूरे मामले की जांच करवाने का अनुरोध करेंगे. हालांकि पुलिसकर्मियों ने अमिताभ ठाकुर को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान की ओर जाने से रोक दिया है.

टेलीग्राम में वायरल हुए थे प्रश्न व उत्तर

दरअसल, यूपी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने 23 दिसंबर 2023 को कांस्टेबल के 60244 पदों के लिए भर्तियां निकाली थीं. 17 व 18 फरवरी को सभी 75 जिलों में परीक्षा आयोजित की गई और आवेदन करने वाले 48,17,441 अभ्यर्थियों ने इन दो दिन लिखित परीक्षा दी थी. परीक्षा से पहले और 17 फरवरी को यूपी एसटीएफ व जिलों की पुलिस ने पेपर आउट करवाने की कोशिश करने वाले 122 लोगों को गिरफ्तार किया था. इसी बीच सोशल मीडिया प्लेटफार्म टेलीग्राम में जनरल स्टडी के 38 उत्तर वायरल हुए. अभ्यर्थियों को यह लगा कि पेपर आउट हो चुका है और जो गिरफ्तारियां हुई हैं, वह इसी को लेकर हुई हैं. ऐसे में अभ्यर्थियों में अफरातफरी मची और सोशल मीडिया में पेपर आउट को लेकर ट्रेंड शुरू गया.

पूर्व आईपीएस के दावे ने दी थी पेपर लीक की खबर को हवा

पेपर आउट की खबर को बल तब मिला जब पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने पेपर आउट होने का अंदेशा जताया और सीएम योगी आदित्यनाथ को एक पत्र लिख उत्तर प्रदेश सिपाही भर्ती परीक्षा के संभावित पेपर लीक की निष्पक्ष एवं पारदर्शी जांच की मांग की. कहा कि इस परीक्षा के पेपर लीक होने के संबंध में सोशल मीडिया पर लगातार अत्यंत गंभीर तथ्य आ रहे हैं. अमिताभ ठाकुर ने लिखा कि उन्होंने टेलीग्राम में वायरल हो रहे उत्तर का द्वितीय पाली के कथित प्रश्न पत्र से मिलान किया तो इसमें नई दिल्ली, गृह मंत्रालय, भारत रत्न, 26 नवम्बर, दही, मुंशी प्रेमचंद, मिश्रित अर्थव्यवस्था, डीजीलाकर, सर, मथुरा, तेलंगाना, नीलिगिरी श्रृंखला, नन्दलाल बोस, चन्द्रगुप्त, नरेन्द्र मोदी, फ़्रांस, ग्रुप ऑफ़ ट्वेंटी, महाराष्ट्र, मिशन शक्ति सहित 19 प्रश्नों के उत्तर उस कथित प्रश्नपत्र के पाए गए. उन्होंने इसे गंभीर प्रकरण बताते हुए इन तथ्यों की उच्चस्तरीय और पारदर्शी जांच करा कर एफआईआर तथा परीक्षा निरस्त किए जाने पर विचार किए जाने की मांग की है.

भर्ती बोर्ड ने दी सफाई

अभ्यर्थियों और अमिताभ ठाकुर के पेपर आउट होने के दावे पर यूपी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने जवाब दिया और कहा कि प्रारंभिक जांच में पाया गया कि अराजक तत्वों द्वारा ठगी के लिए Telegram की Edit सुविधा का प्रयोग कर सोशल मीडिया पर पेपर लीक संबंधी भ्रम फैलाया जा रहा है. बोर्ड एवं यूपी पुलिस इन प्रकरणों की निगरानी के साथ इनके सोर्स की गहन जांच कर रही है. बोर्ड द्वारा अपनी प्रत्येक परीक्षा की पारदर्शिता और शुचिता को बनाए रखने हेतु सदैव कटिबद्ध है. बृहद स्तर पर परीक्षा के सकुशल संपन्न होने के पश्चात ट्रेंड कराई जा रही असत्यापित खबरों को बोर्ड द्वारा गहनता से यूपी पुलिस की सहायता से सत्यापित कराई जाएगी. अभ्यर्थी आश्वस्त रहें.

मथुरा में परीक्षार्थी उतरे सड़कों पर, पेपर लीक होने का लगाया आरोप

मथुरा में शनिवार और रविवार को पूरे प्रदेश में हुई सिपाही पद के लिए पुलिस भर्ती परीक्षा निरस्त करने की मांग को लेकर परीक्षार्थी सड़कों पर उतरे. कलेक्ट्रेट मुख्यालय पर पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री के नाम जिलाधिकारी को सौंपा. आरोप लगाया है कि रविवार को परीक्षा देने से पूर्व प्रश्न पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.

परीक्षार्थी लकी सिंह ने आरोप लगाया कि 18 फरवरी को पुलिस भर्ती परीक्षा देने के लिए परीक्षा केंद्र पर पहुंचे, लेकिन उससे पहले ही सोशल मीडिया पर प्रश्न पत्र लीक हो गया था. दूसरे दिन 19 फरवरी को दोपहर 3:00 बजे की पारी में जो प्रश्न पत्र आना था, वह सुबह से ही सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था. आज हम लोगों ने कलेक्ट्रेट मुख्यालय पहुंचकर जिला अधिकारी को परीक्षा निरस्त करने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा है. परीक्षार्थी बालेंद्र सिंह ने बताया 19 फरवरी को उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा को लेकर हम लोगों ने परीक्षा दी थी लेकिन जानकारी हुई कि जो प्रश्न पत्र सुबह की पारी में आना है वह पहले ही सोशल मीडिया पर फोटो के साथ वायरल हो गया. हम लोग चाहते हैं कि परीक्षा निरस्त करके दोबारा परीक्षा कराई जाए.

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