रायपुर: छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले में पूर्व IAS अनिल टुटेजा 5 दिनों तक ईडी की रिमांड पर रहेंगे. 29 अप्रैल तक प्रवर्तन निदेशालय पूर्व IAS अनिल टुटेजा से पूछताछ कर सकेगी. 29 अप्रैल को पीएमएलए कोर्ट में उन्हें पेश किया जाएगा.
पूरे मामले की नए सिरे से जांच: दरअसल, छत्तीसगढ़ में शराब घोटाला केस में 8 अप्रैल को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय की ECIR को सुप्रीम कोर्ट ने रद्द कर दिया था, जिसके बाद अनिल टुटेजा और उनके बेटे यश टुटेजा सहित 6 आरोपियों को राहत मिली थी. हालांकि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद इस केस में ईडी ने नई ECIR दर्ज की है. इस पूरे मामले की नए सिरे से प्रवर्तन निदेशालय जांच कर रही है. वहीं, बुधवार को शराब घोटाला मामले में एसीबी और ईओडब्ल्यू ने शराब कारोबारी पप्पू ढिल्लन को भी हिरासत में लिया है.
अनिल टुटेजा की गिरफ्तारी के कई आधार: प्रवर्तन निदेशालय ने अनिल टुटेजा की गिरफ्तारी के कई आधार बताएं हैं. करीब 16 पन्नों पर प्रवर्तन निदेशालय ने ग्राउंड ऑफ अरेस्ट का ब्यौरा दिया है. ED ने कहा है है कि शराब घोटाले मामले में अनवर ढेबर ने सिंडिकेट बनाया और उस सिंडिकेट को सबसे ज्यादा पावर अनिल टुटेजा से मिलती थी, जो कंट्रोलर की भूमिका में थे. जिसको ED ने आर्किटेक्ट ऑफ लिकर स्कैम बताया.
सभी को पूछताछ के लिए नोटिस भेज रही ईडी: सूत्रों की मानें तो ईडी ने लोगों को नोटिस भेजना भी शुरू कर दिया है. ईओडब्ल्यू की ओर से की गई एफआईआर में 70 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की गई है. बताया जा रहा है कि फ्रेश ECIR में भी वही नाम शामिल है. ED सभी को पूछताछ के लिए नोटिस भेज रही है.