भरतपुर. पूर्व विदेश मंत्री कुंवर नटवर सिंह की तबीयत खराब होने की वजह से उन्हें गुरुग्राम के मेदांता हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. नटवर सिंह के साथ उनके बेटे विधायक जगत सिंह और परिजन मौजूद हैं. फिलहाल नटवर सिंह का अस्पताल में उपचार चल रहा है. पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में से एक रहे हैं, लेकिन उनका पूरा राजनीतिक जीवन उतार-चढ़ाव से रहा है. आइए जानते हैं कि पूर्व विदेश मंत्री कुंवर नटवर सिंह का राजनीतिक सफर कैसा रहा.
भरतपुर जिले के गांव जघीना में 16 मई, 1929 को कुंवर नटवर सिंह का जन्म हुआ. नटवर सिंह अपने पिता गोविंद सिंह और मां प्रयाग कौर के चौथे बेटे हैं. इन्होंने मेयो कॉलेज अजमेर और सिंधिया स्कूल ग्वालियर से शिक्षा प्राप्त की. उसके बाद दिल्ली के स्टीफंस कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई की. कैंब्रिज विश्वविद्यालय के कॉर्पस क्रिस्टी कॉलेज में अध्ययन किया और चीन में पेकिंग विश्वविद्यालय में विजिटिंग स्कॉलर रहे.
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वर्ष 1953 में कुंवर नटवर सिंह का भारतीय विदेश सेवा में चयन हुआ. उन्होंने चीन, न्यूयॉर्क, पोलैंड, इंग्लैंड, पाकिस्तान, जमैका, जांबिया आदि देशों में सेवाएं दी. नटवर सिंह ने 1984 में भारतीय विदेश सेवा से इस्तीफा देकर कांग्रेस ज्वाइन कर ली. उन्होंने 1984 में आठवीं लोकसभा का चुनाव लड़ा और जीतने के बाद राज्य मंत्री बने.
राजनीतिक सफर
- वर्ष 1986 में विदेश मामलों के राज्य मंत्री बने.
- 1989 में आम चुनावों में कांग्रेस की हार के बाद भी विदेश राज्य मंत्री बने रहे.
- वर्ष 1991 में पीवी नरसिम्हाराव के प्रधानमंत्री बनने के बाद नटवर सिंह ने एनडी तिवारी और अर्जुन सिंह के साथ कांग्रेस छोड़ दी और नई पार्टी अखिल भारतीय इंदिरा कांग्रेस का गठन किया.
- वर्ष 1998 में नटवर सिंह अन्य दोनों नेताओं के साथ वापस कांग्रेस पार्टी में लौट आए.
- वर्ष 1998 में नटवर सिंह भरतपुर से लोकसभा चुनाव जीत गए.
- वर्ष 2002 में राज्यसभा के लिए चुने गए.
- वर्ष 2004 में विदेश मंत्री नियुक्त किए गए.