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पूर्व फेमिना मिस इंडिया से ठगी के बाद दुबई के मॉल में की गई थी शॉपिंग, साइबर अपराधियों ने डिजिटल अरेस्ट कर वसूले थे 99 हजार रुपये - CYBER ​​CRIMES

Cyber ​​crimes: साइबर ठगों ने खुद को बताया सीबीआई अधिकारी. ट्रांसफर होने के कुछ देर बाद ही निकाल लिए थे रुपये.

पूर्व फेमिना मिस इंडिया से ठगी.
पूर्व फेमिना मिस इंडिया से ठगी. (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Dec 5, 2024, 12:43 PM IST

आगरा: दुबई में बैठे साइबर ​क्रिमिनल ने पूर्व फेमिना मिस इंडिया वेस्ट बंगाल शिवांकिता दीक्षित को डिजिटल अरेस्ट किया था. साइबर क्रिमिनल ने सीबीआई अधिकारी बनकर डिजिटल अरेस्ट करके 99 हजार रुपये की ठगी की थी. जिसमें से 80 हजार रुपये दुबई में एक बैंक खाते में भेजे. ठगी की रकम से साइबर क्रिमिनल ने मॉल में शापिंग की और 10 हजार रुपये जयपुर में केनरा बैंक की एक शाखा के एटीएम से निकाले गए. पुलिस की छानबीन में ये खुलासा हुआ है. इससे आशंका है कि दुबई में बैठे साइबर क्रिमिनल ने अपने एजेंट रकम भेजी. जिसे एटीएम से निकाला गया है.

बता दें कि शाहगंज थाना के मानस नगर निवासी शिवांकिता दीक्षित एक मेकअप आर्टिस्ट और मॉडल हैं. शिवांकिता दीक्षित सन 2017 में फेमिना मिस इंडिया वेस्ट बंगाल रही हैं. शिवांकिता दीक्षित ने बताया कि मंगलवार शाम करीब चार बजे मेरे मोबाइल पर व्हाट्सएप कॉल आई. कॉल करने वाले ने खुद सीबीआई अधिकारी बताया. कहा कि उनके आधार कार्ड से रजिस्टर्ड सिम पर दिल्ली के एचडीएफसी बैंक में खाता खोला गया है. जिसमें मानव तस्करी, मनी लांड्रिंग और दो दर्जन से अधिक बच्चों के अपहरण कर फिरौती की रकम जमा की गई है.

व्हाट्सएप पर वीडियो कॉल कर धमकाया: शिवांकिता दीक्षित ने बताया कि मैंने सीबीआई अधिकारी बताकर कॉल करने वाले से कहा कि मुझे इसकी जानकारी नहीं है. इस पर उसने कहा कि सीबीआई उनके जरिए गिरोह तक पहुंचना चाहता है. हमारा सहयोग करें. अन्यथा इसमें कार्रवाई की जाएगी. जिससे जेल भी जाना पड़ेगा. इसके बाद व्हाट्सएप पर वीडियो कॉल की. जिसमें कॉल करने वाला खाकी वर्दी पहने था. उसके पास में ही कुछ लोग बैठे दिखाई दे रहे थे. कॉल करने वाले ने कहा कि कमरा अंदर से बंद कर लो. इसकी जानकारी किसी परिजन को नहीं दें. ना ही कोई बात करें. इसके बाद कॉल करने वाले ने डराया और धमकाया. इसके बाद रुपयों की डिमांड की.

दो बार में 99 हजार रुपये ट्रांसफर कराए : शिवांकिता दीक्षित ने बताया कि मुझे आरोपियों ने दो घंटे तक इसी तरह से कमरे में बंद करके रखा. इसी दौरान दो बार में मुझसे अपने बताए बैंक खाता में 99 हजार रुपये ट्रांसफर करवाए. इसके बाद फोन काट दिया. जब मैं कमरे से बाहर निकली तो पिता संजय दीक्षित को इसकी जानकारी दी. इसके बाद साइबर ठगी का शिकार होने का अहसास हुआ. इस पर उसी मोबाइल नंबर पर व्हाट्सएप कॉल की तो मोबाइल बंद मिला. शिवांकिता दीक्षित ने बताया कि मैंने पहले 1930 हेल्पलाइन पर कॉल करके शिकायत की है. इसके साथ ही ईमेल से साइबर क्राइम सेल में शिकायत भेजी है.

दो मिनट बाद ही निकाल लिया था कैश: एसीपी लोहामंडी मयंक तिवारी ने बताया कि साइबर सेल ने जिन खातों में रकम स्थानांतरित की थी, उन्हें फ्रीज करा दिया गया है. जांच में पुलिस टीम लगी है. छानबीन में ये पता चला है कि शिवांकिता ने शाम 4:11 बजे 99 हजार रुपये खाते में जमा कराए. जिसमें से 10 हजार रुपये दो मिनट बाद ही शाम करीब 4.13 बजे जयपुर में केनरा बैंक के एटीएम से निकाले गए. 80 हजार रुपये कई बैंक खातों से होकर दुबई के एक बैंक खाता में पहुंचे हैं. इसके बाद दुबई में एक माल में शापिंग की गई है. छानबीन में ये पता किया जा रहा है कि ठगी का काल कहां से और किसने की थी ? एसीपी लोहामंडी मयंक तिवारी ने साइबर फ्रॉड और डिजिटल अरेस्ट से बचने के लिए ये टिप्स भी बताए हैं.

मोबाइल पर कॉल आने पर ये करें

  • संदिग्ध मोबाइल कॉल करने वाले की पुष्टि जरूर करें.
  • संदेह होने पर ऐसी फोन कॉल को काट दें.
  • नजदीकी पुलिस स्टेशन/साइबर पुलिस स्टेशन पर रिपोर्ट कराएं.
  • राष्ट्रीय साइबर अपराध हेल्पलाइन नंबर 1930 पर ऑनलाइन रिपोर्ट कराएं.
  • साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल पर लॉग इन करें और शिकायत दर्ज करें.
  • जागरकता बढ़ाने के लिए अपने अनुभव भी दूसरे लोगों को शेयर करें.

ये बरतें सावधानी

  • मोबाइल पर किसी को व्यक्तिगत जानकारी नहीं दें.
  • अनजान या संदिग्ध नंबर पर ज्यादा बातचीत नहीं करें.
  • किसी अनजान के कहने पर रुपये नहीं भेजें.
  • किसी से कोई भी ओटीपी को साझा नहीं करें.
  • अनजान नंबर से कॉल करने वाले पर भरोसा बिल्कुल नहीं करें.
  • पुलिस, सीबीआई और अन्य सुरक्षा एजेंसी मोबाइल कॉल करके रुपये नहीं मंगवाती हैं.
  • पुलिस और सीबीआई और अन्य सुरक्षा एजेंसियां मोबाइल कॉल करके डिजिटल अरेस्ट नहीं करती हैं.

यह भी पढ़ें : पूर्व फेमिना Miss India शिवांकिता दीक्षित को डिजिटल अरेस्ट कर 99 हजार रुपये ठगे, 2 घंटे तक कमरे में बंद रखा

आगरा: दुबई में बैठे साइबर ​क्रिमिनल ने पूर्व फेमिना मिस इंडिया वेस्ट बंगाल शिवांकिता दीक्षित को डिजिटल अरेस्ट किया था. साइबर क्रिमिनल ने सीबीआई अधिकारी बनकर डिजिटल अरेस्ट करके 99 हजार रुपये की ठगी की थी. जिसमें से 80 हजार रुपये दुबई में एक बैंक खाते में भेजे. ठगी की रकम से साइबर क्रिमिनल ने मॉल में शापिंग की और 10 हजार रुपये जयपुर में केनरा बैंक की एक शाखा के एटीएम से निकाले गए. पुलिस की छानबीन में ये खुलासा हुआ है. इससे आशंका है कि दुबई में बैठे साइबर क्रिमिनल ने अपने एजेंट रकम भेजी. जिसे एटीएम से निकाला गया है.

बता दें कि शाहगंज थाना के मानस नगर निवासी शिवांकिता दीक्षित एक मेकअप आर्टिस्ट और मॉडल हैं. शिवांकिता दीक्षित सन 2017 में फेमिना मिस इंडिया वेस्ट बंगाल रही हैं. शिवांकिता दीक्षित ने बताया कि मंगलवार शाम करीब चार बजे मेरे मोबाइल पर व्हाट्सएप कॉल आई. कॉल करने वाले ने खुद सीबीआई अधिकारी बताया. कहा कि उनके आधार कार्ड से रजिस्टर्ड सिम पर दिल्ली के एचडीएफसी बैंक में खाता खोला गया है. जिसमें मानव तस्करी, मनी लांड्रिंग और दो दर्जन से अधिक बच्चों के अपहरण कर फिरौती की रकम जमा की गई है.

व्हाट्सएप पर वीडियो कॉल कर धमकाया: शिवांकिता दीक्षित ने बताया कि मैंने सीबीआई अधिकारी बताकर कॉल करने वाले से कहा कि मुझे इसकी जानकारी नहीं है. इस पर उसने कहा कि सीबीआई उनके जरिए गिरोह तक पहुंचना चाहता है. हमारा सहयोग करें. अन्यथा इसमें कार्रवाई की जाएगी. जिससे जेल भी जाना पड़ेगा. इसके बाद व्हाट्सएप पर वीडियो कॉल की. जिसमें कॉल करने वाला खाकी वर्दी पहने था. उसके पास में ही कुछ लोग बैठे दिखाई दे रहे थे. कॉल करने वाले ने कहा कि कमरा अंदर से बंद कर लो. इसकी जानकारी किसी परिजन को नहीं दें. ना ही कोई बात करें. इसके बाद कॉल करने वाले ने डराया और धमकाया. इसके बाद रुपयों की डिमांड की.

दो बार में 99 हजार रुपये ट्रांसफर कराए : शिवांकिता दीक्षित ने बताया कि मुझे आरोपियों ने दो घंटे तक इसी तरह से कमरे में बंद करके रखा. इसी दौरान दो बार में मुझसे अपने बताए बैंक खाता में 99 हजार रुपये ट्रांसफर करवाए. इसके बाद फोन काट दिया. जब मैं कमरे से बाहर निकली तो पिता संजय दीक्षित को इसकी जानकारी दी. इसके बाद साइबर ठगी का शिकार होने का अहसास हुआ. इस पर उसी मोबाइल नंबर पर व्हाट्सएप कॉल की तो मोबाइल बंद मिला. शिवांकिता दीक्षित ने बताया कि मैंने पहले 1930 हेल्पलाइन पर कॉल करके शिकायत की है. इसके साथ ही ईमेल से साइबर क्राइम सेल में शिकायत भेजी है.

दो मिनट बाद ही निकाल लिया था कैश: एसीपी लोहामंडी मयंक तिवारी ने बताया कि साइबर सेल ने जिन खातों में रकम स्थानांतरित की थी, उन्हें फ्रीज करा दिया गया है. जांच में पुलिस टीम लगी है. छानबीन में ये पता चला है कि शिवांकिता ने शाम 4:11 बजे 99 हजार रुपये खाते में जमा कराए. जिसमें से 10 हजार रुपये दो मिनट बाद ही शाम करीब 4.13 बजे जयपुर में केनरा बैंक के एटीएम से निकाले गए. 80 हजार रुपये कई बैंक खातों से होकर दुबई के एक बैंक खाता में पहुंचे हैं. इसके बाद दुबई में एक माल में शापिंग की गई है. छानबीन में ये पता किया जा रहा है कि ठगी का काल कहां से और किसने की थी ? एसीपी लोहामंडी मयंक तिवारी ने साइबर फ्रॉड और डिजिटल अरेस्ट से बचने के लिए ये टिप्स भी बताए हैं.

मोबाइल पर कॉल आने पर ये करें

  • संदिग्ध मोबाइल कॉल करने वाले की पुष्टि जरूर करें.
  • संदेह होने पर ऐसी फोन कॉल को काट दें.
  • नजदीकी पुलिस स्टेशन/साइबर पुलिस स्टेशन पर रिपोर्ट कराएं.
  • राष्ट्रीय साइबर अपराध हेल्पलाइन नंबर 1930 पर ऑनलाइन रिपोर्ट कराएं.
  • साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल पर लॉग इन करें और शिकायत दर्ज करें.
  • जागरकता बढ़ाने के लिए अपने अनुभव भी दूसरे लोगों को शेयर करें.

ये बरतें सावधानी

  • मोबाइल पर किसी को व्यक्तिगत जानकारी नहीं दें.
  • अनजान या संदिग्ध नंबर पर ज्यादा बातचीत नहीं करें.
  • किसी अनजान के कहने पर रुपये नहीं भेजें.
  • किसी से कोई भी ओटीपी को साझा नहीं करें.
  • अनजान नंबर से कॉल करने वाले पर भरोसा बिल्कुल नहीं करें.
  • पुलिस, सीबीआई और अन्य सुरक्षा एजेंसी मोबाइल कॉल करके रुपये नहीं मंगवाती हैं.
  • पुलिस और सीबीआई और अन्य सुरक्षा एजेंसियां मोबाइल कॉल करके डिजिटल अरेस्ट नहीं करती हैं.

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