जोधपुर. भाजपा नेता व पूर्व मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा द्वारा प्रदेश की भर्ती परीक्षाओं में हुए घपलों को उजागर किया जा रहा है. अब उन्होंने आरपीएससी के पूर्व कार्यवाहक चैयरमेन डॉ. शिवसिंह राठौड़ के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए उन पर आरएएस परीक्षा में घपला करने का आरोप लगाया है. इस पर डॉ. शिवसिंह राठौड़ ने पूर्व मंत्री के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि आरएएस परीक्षा की प्रक्रिया में उनकी कोई भूमिका नहीं थी. वो सिर्फ दो माह के लिए कार्यवाहक अध्यक्ष बनाए गए थे.
ऐसे में उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि जिस प्रक्रिया से परीक्षा की कॉपी जांची गई, जिसकी यूपीएससी चैयरमेन ने भी तारीफ की थी फिर उस पर सवाल क्यों उठाए जा रहे हैं. जबकि देश के कई आयोगों ने इसे एडॉप्ट किया था. डॉ. राठौड़ ने कहा कि कॉपी ओएसएम ऑन सिस्टम मार्किंग के तहत जरिए जांची गई थी. इसमें पीडीएफ से कॉपी की जांच होती है. पीडीएफ में कोई व्यक्ति किसी से कुछ नहीं लिखवा सकता है. आज भी यह रिकार्ड उपलब्ध है.
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इसके बावजूद अनावश्यक आरोप लगाए जा रहे हैं. जबकि इस व्यवस्था के सफल उपयोग पर तत्कालीन यूपीएससी के चैयरमेन ने आरपीएससी की प्रशंसा करते हुए पत्र भेजा था. देश के बीस राज्यों में इसे एडॉप्ट किया गया. उललेखनीय है कि डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने आरोप लगाया है कि डॉ. राठौड़ ने अपने चहेतों की कॉपी भरवाकर जांच करवाकर उन्हें नंबर दिए थे.
4 मेंबर के 5 बच्चे हुए असफल : डॉ. राठौड़ ने कहा कि मुझे इस बात का दुख है कि इस तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं कि नंबर बढ़ाए जा रहे हैं. अगर ऐसा होता था तो उसी एग्जाम में हमारे साथ बैठने वाले चार आरपीएससी मैंबर्स के बच्चे क्यों फेल होते? हमारा सिस्टम फुल प्रूफ सिस्टम है. इसमें किसी तरह की कोई गड़बड़ी नहीं हो सकती है. मुझे समझ में नहीं आ रहा है कि वो ऐसा क्यों कर रहे हैं, जबकि मेरी कभी उनसे कोई बात तक नहीं हुई है. वो मुझे जानते तक नहीं होंगे.