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उत्तराखंड के जंगलों में सुलगाई आग, अभी तक इतने लोगों पर हुए मुकदमे दर्ज - Rudraprayag Fire Forest

People Set Fire in Forest at Rudraprayag रुद्रप्रयाग जिले में कुछ लोग अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं. ये लोग जंगल को आग के हवाले कर रहे हैं. जिनके खिलाफ वन विभाग की टीम कड़ी कार्रवाई कर रही है. इसी कड़ी में वन विभाग की टीम ने 3 लोगों को रंगे हाथ जंगल को सुलगाते हुए दबोचा है. अभी तक आग लगाने के मामले में 19 मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं.

People Set Fire in Forest at Rudraprayag
जंगल में आग लगाने वाले आरोपी गिरफ्तार
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Apr 26, 2024, 6:01 PM IST

Updated : Apr 26, 2024, 9:31 PM IST

रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड में वनाग्नि में बहुमूल्य वन संपदा खाक होने के साथ ही जीव जंतु भी अपनी जान गंवा रहे हैं. इसके बावजूद भी कुछ लोग अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं. रुद्रप्रयाग में भी वन विभाग की टीम ने तीन लोगों को रंगे हाथ जंगल में आग लगाते हुए पकड़ा है. जिन्हें अब जेल भेज दिया गया है.

जखोली के तडियाल गांव में एक आरोपी गिरफ्तार: रुद्रप्रयाग प्रभागीय वनाधिकारी के नेतृत्व में गठित वनाग्नि सुरक्षा दल ने जखोली के तडियाल गांव के पास जंगल में आग लगाते हुए नरेश भट्ट पुत्र मोलाराम भट्ट रंगे हाथ दबोचा. आरोपी नरेश का कहना था कि बकरियों के नई घास उगे, उसके लिए उसने जंगल में आग लगाई. जिस पर पर दक्षिणी जखोली वन क्षेत्राधिकारी ने आरोपी को हिरासत में लिया गया. साथ ही उसके खिलाफ भारतीय वन अधिनियम 1927 के तहत मुकदमा दर्ज किया. अब आरोपी नरेश को जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है.

डंगवाल गांव में दो लोग गिरफ्तार: वहीं, उत्तरी जखोली के डंगवाल गांव में हेमंत सिंह पुत्र उदय सिंह और भगवती लाल पुत्र चंदरू लाल को जंगल में आग लगाते हुए मौके पर पकड़कर जेल भेजा गया है. रुद्रप्रयाग प्रभागीय वनाधिकारी अभिमन्यु ने बताया कि जंगल में आग लगाने वालों के खिलाफ वन अधिनियम की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है. इसके अलावा शरारती तत्वों को पकड़ने के लिए प्रभाग स्तर पर वनाग्नि सुरक्षा दल गठित किया गया है.

रुद्रप्रयाग जिले में अब तक 19 मुकदमे दर्ज: इस साल अभी तक 19 मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं, जिसमें से 3 मुकदमे नामजद हैं तो 16 मुकदमों में जांच गतिमान है. वनाग्नि क्रू स्टेशन और मोबाइल क्रू स्टेशन की ओर से वनाग्नि नियंत्रण किया जा रहा है. साथ ही उडनदस्ता दल समस्त रेंजों में सैटेलाइट, कैमरों और दूरबीन के माध्यम से अपराधियों को पकड़ने का काम कर रहा है.

पौड़ी में आग की सूचना मिली तो बंद होंगे स्कूल: पौड़ी में जंगलों में आग की घटनाओं पर जिला प्रशासन एलर्ट हो गया है. डीएम ने सभी उपजिलाधिकारी, वन विभाग, राजस्व व खंड विकास अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में निगरानी बनाने के निर्देश दिये हैं. कहा कि जंगलों में आग लगने की सूचना तत्काल कंट्रोल रूम को दें. इतना ही नहीं डीएम ने ऐसे विद्यालयों की सूची तलब की जिनका रास्ता जंगलों से होकर गुजरता है. कहा कि इन विद्यालयों के आसपास आग की घटनाएं होंगी तो संबंधित विद्यालयों में अवकाश घोषित किया जाएगा. उन्होंने मुख्य ​शिक्षा अधिकारी को इस संबंध में आदेश जारी किए. साथ ही खंड ​शिक्षा अधिकारियों को ऐसे क्षेत्रों में निरंतर निगरानी बनाने के निर्देश दिए.

मसूरी में भी मुकदमा दर्ज: मसूरी वन विभाग ने वनाग्नि को लेकर दो नामजद लोगों और 22 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया है. लोगों से वन में बेवजह आग न लगाने की अपील की जा रही है.मसूरी वन प्रभाग के अंतर्गत अभी तक आग लगने की 24 घटनाएं सामने आ चुकी हैं. डीएफओ मसूरी अमित कंवर स्वयं आग लगने की घटनाओं की मॉनिटरिंग कर रहे हैं.

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जखोली के तडियाल गांव में एक आरोपी गिरफ्तार: रुद्रप्रयाग प्रभागीय वनाधिकारी के नेतृत्व में गठित वनाग्नि सुरक्षा दल ने जखोली के तडियाल गांव के पास जंगल में आग लगाते हुए नरेश भट्ट पुत्र मोलाराम भट्ट रंगे हाथ दबोचा. आरोपी नरेश का कहना था कि बकरियों के नई घास उगे, उसके लिए उसने जंगल में आग लगाई. जिस पर पर दक्षिणी जखोली वन क्षेत्राधिकारी ने आरोपी को हिरासत में लिया गया. साथ ही उसके खिलाफ भारतीय वन अधिनियम 1927 के तहत मुकदमा दर्ज किया. अब आरोपी नरेश को जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है.

डंगवाल गांव में दो लोग गिरफ्तार: वहीं, उत्तरी जखोली के डंगवाल गांव में हेमंत सिंह पुत्र उदय सिंह और भगवती लाल पुत्र चंदरू लाल को जंगल में आग लगाते हुए मौके पर पकड़कर जेल भेजा गया है. रुद्रप्रयाग प्रभागीय वनाधिकारी अभिमन्यु ने बताया कि जंगल में आग लगाने वालों के खिलाफ वन अधिनियम की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है. इसके अलावा शरारती तत्वों को पकड़ने के लिए प्रभाग स्तर पर वनाग्नि सुरक्षा दल गठित किया गया है.

रुद्रप्रयाग जिले में अब तक 19 मुकदमे दर्ज: इस साल अभी तक 19 मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं, जिसमें से 3 मुकदमे नामजद हैं तो 16 मुकदमों में जांच गतिमान है. वनाग्नि क्रू स्टेशन और मोबाइल क्रू स्टेशन की ओर से वनाग्नि नियंत्रण किया जा रहा है. साथ ही उडनदस्ता दल समस्त रेंजों में सैटेलाइट, कैमरों और दूरबीन के माध्यम से अपराधियों को पकड़ने का काम कर रहा है.

पौड़ी में आग की सूचना मिली तो बंद होंगे स्कूल: पौड़ी में जंगलों में आग की घटनाओं पर जिला प्रशासन एलर्ट हो गया है. डीएम ने सभी उपजिलाधिकारी, वन विभाग, राजस्व व खंड विकास अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में निगरानी बनाने के निर्देश दिये हैं. कहा कि जंगलों में आग लगने की सूचना तत्काल कंट्रोल रूम को दें. इतना ही नहीं डीएम ने ऐसे विद्यालयों की सूची तलब की जिनका रास्ता जंगलों से होकर गुजरता है. कहा कि इन विद्यालयों के आसपास आग की घटनाएं होंगी तो संबंधित विद्यालयों में अवकाश घोषित किया जाएगा. उन्होंने मुख्य ​शिक्षा अधिकारी को इस संबंध में आदेश जारी किए. साथ ही खंड ​शिक्षा अधिकारियों को ऐसे क्षेत्रों में निरंतर निगरानी बनाने के निर्देश दिए.

मसूरी में भी मुकदमा दर्ज: मसूरी वन विभाग ने वनाग्नि को लेकर दो नामजद लोगों और 22 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया है. लोगों से वन में बेवजह आग न लगाने की अपील की जा रही है.मसूरी वन प्रभाग के अंतर्गत अभी तक आग लगने की 24 घटनाएं सामने आ चुकी हैं. डीएफओ मसूरी अमित कंवर स्वयं आग लगने की घटनाओं की मॉनिटरिंग कर रहे हैं.

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Last Updated : Apr 26, 2024, 9:31 PM IST
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