पन्ना। वन परिक्षेत्र अधिकारी नीतेश पटेल की पुस्तक "यार बटोही" इन दिनों चर्चा में है. इस पुस्तक को काफी सराहना मिल रही है. पुस्तक में 14 कहानियां हैं. प्रशासनिक जिम्मेदारियों को निभाने के साथ नीतेश पटेल लेखन कार्य करते हैं. उनका कहना है "लेखन से उन्हें सुखद आनंद की अनुभूति होती है." नीतेश पटेल आजकल दक्षिण वन मंडल पन्ना के वन परिक्षेत्र पवई के वन परिक्षेत्र अधिकारी हैं.
अकेलेपन से जूझ रहे लोगों को मिलेगा सहारा
नीतेश पटेल का कहना है "समाज में अकेलेपन में जीवन जीने वाले और अपने आपको अकेला व असहाय समझने वाले लोगों के लिए "यार बटोही" नामक पुस्तक का लेखन किया गया है. इस पुस्तक को लोग बड़े ही रोचकता व उत्सुकता के साथ पढ़ रहे हैं. इसमें लिखी कहानियों की सराहना कर रहे हैं." बता दें कि "यार बटोही पुस्तक"14 मुसाफिरों की 14 कहानियों का संग्रह है, जिसमें मुसाफिर अपने जीवन में किस प्रकार के अनुभव करता है, उसको दर्शाया गया है.
पुस्तक में 14 कहानियां संग्रहित
पुस्तक की कहानी समाज में असहाय व एकांकी जीवन जीने वालों के लिए एक प्रेरणा देने वाले अलौकिक साथी व सुखद अनुभव के जैसा महसूस कराती है. यह पुस्तक यात्राओं के बारे में है, जिसमें जम्मू से लेकर कन्याकुमारी तक, मुंबई से लेकर पूर्वोत्तर की वादियों तक, बचपन से लेकर वृद्धावस्था तक का सफर उल्लेखित किया गया है. इसकी कहानी कई जगहों किरदारों और उनसे जुड़ी भावनाओं के बारे में है. इसमें यात्रा को किसी एक सिरे में न बांधकर कई मायनों में जीवंत किया गया है.