पलामू: झारखंड के कई इलाकों में वाइल्ड लाइफ का रेस्क्यू एक बड़ी चुनौती है. कई इलाकों में हाथी और मनुष्य के संघर्ष में मौत हो रही है. वहीं तेंदुआ जैसे जीव जंगल से निकल कर रिहायशी इलाकों में पहुंच रहे हैं. डेढ़ वर्ष पहले गढ़वा के इलाके में तेंदुआ ने तीन मासूमों की जान ली थी. वहीं खूंटी, गुमला, लोहरदगा समेत इलाकों में हाथी के साथ संघर्ष में लोगों की जान गई है. जमशेदपुर के रिहायशी इलाके में कुछ दिनों पहले एक तेंदुआ घुस गया था.
तेंदुआ के रेस्क्यू में वन विभाग के पसीने में छूट गए थे. इन घटनाओं को देखते हुए वन विभाग ने झारखंड के सभी इलाकों में वाइल्ड लाइफ के रेस्क्यू और बचाव के ट्रेनिंग दी जाएगी. पलामू टाइगर रिजर्व के एक्सपर्ट राज्य के सभी इलाकों में वन कर्मियों को ट्रेनिंग देंगे. पलामू टाइगर रिजर्व झारखंड के विभिन्न इलाकों में वन कर्मियों को ट्रेनिंग देने की योजना तैयार की है. उपनिदेशक प्रजेशकांत जेना का कहना है कि पीटीआर राज्य के सभी इलाकों में ट्रेनिंग दी जानी है.
प्रजेशकांत जेना ने बताया कि इस दौरान वन्य जीवों के बचाव के साथ-साथ उनके रेस्क्यू के तरीके के बारे में जानकारी दी जाएगी. झारखंड के कई इलाके में वन्य जीवों का दायरा बढ़ता जा रहा है, जिस कारण विभाग ने यह निर्णय लिया है. अगले कुछ महीनों में झारखंड के सभी इलाकों में वन कर्मियों को वन्यजीवों के रेस्क्यू और उनके बचाव को लेकर ट्रेनिंग दी जाएगी.
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