टिहरी: फायर सीजन के शुरू होने से पहले जिले के वन आरक्षियों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर वन विभाग के ऑफिस में धरना दिया है. इसी बीच सभी प्रदर्शनकारियों ने कहा कि जब तक उनकी मांगों का निराकरण नहीं होता, तब तक उनका कार्य बहिष्कार जारी रहेगा. दरअसल वन आरक्षी पिछले सात दिनों से वन विभाग के ऑफिस में धरने पर बैठे हैं, लेकिन अभी तक उनकी मांगों पर कोई गौर नहीं किया गया. जिससे वे गुस्सा हैं.
वन सेवा नियमावली 2016 को पुनः जारी करने की मांग: जिले में करीब सौ वन आरक्षी हैं. वन आरक्षियों ने मांग की है कि वन सेवा नियमावली 2016 को पुनः जारी करते हुए दस वर्ष की सेवा पर वन दरोगा में शत-प्रतिशत पदोन्नति की जाए. वर्तमान में विभाग में कार्यरत वन आरक्षियों की वर्दी नियमों में संशोधन कर एक स्टार की अनुमति दी जाए. साथ ही वन आरक्षी पद का समयमान वेतनमान की व्यवस्था में संशोधन किया जाए.
उत्तराखंड वन विभाग की बढ़ सकती हैं परेशानियां: फायर सीजन के दौरान विभिन्न तैयारी के बाद अब जंगलों में आग बुझाने पर काम होना है और ऐसे में अगर फील्ड के इन कर्मियों की ही उपलब्धता नहीं होती है, तो जंगलों में आग को बुझाना और इस पूरी व्यवस्था को सुचारू कर पाना नामुमकिन हो जाएगा.
पूरे प्रदेश में वन आरक्षियों का हल्ला बोल: बता दें कि वन आरक्षियों द्वारा प्रदेश के सभी जिलों में अपनी मांगों को लेकर कार्य बहिष्कार किया जा रहा है. इससे पहले देहरादून में वन आरक्षी संघ ने अपनी मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन और कार्य बहिष्कार किया था.
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