मसूरी: उत्तराखंड में इन दिनों जंगल धू-धू कर जल रहे हैं. जिससे लाखों की वन संपदा के साथ ही वन्यजीवों को भी खासा नुकसान पहुंच रहा है. दमकल कर्मियों की त्वरित कार्रवाई व सूझबूझ के चलते जंगलों में लगी आग से आवासीय भवनों व वन संपदा को नष्ट होने से बचाने की कोशिश की जा रही है. मसूरी में गलोगी पावर हाउस के निचले पुरूकुल गांव के पास के जंगलों में भीषण आग लग गई. जिससे बेशकीमती वन संपदा को नुकसान पहुंचा है. कई जंगली जानवर भी इससे प्रभावित हुए हैं.
आग की सूचना मिलने पर मसूरी वन विभाग की डिप्टी रेंजर जगजीवन राम के नेतृत्व में मौके पर पहुंची. जिसके आग बुझाने का काम शुरू किया गया. 6 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद जंगल में लगी आग पर काबू पाया गया. डिप्टी रेंजर जगजीवन राम ने बताया रविवार सुबह के समय मसूरी विधानसभा के पुरूकुल गांव के उपर के जंगलों में आग लगने की सूचना मिली. जिसके बाद वह वन विभाग की टीम के साथ मौके पर पहुंचे. करीब 6 घंटे के बाद सुबह करीब 10 बजे जंगल में लगी आग पर काबू पाया गया.
उन्होंने कहा जंगल में लगी आग की जांच की जा रही है. अगर किसी व्यक्ति से जानबूझकर जंगल में आग लगाई होगी तो उसके खिलाफ वन अधिनियम के तहत कड़ी कार्यवाही की जायेगी. वन विभाग की टीम में मनवीर सिंह पवार, दीपक कठैत, सुलतान सिंह, बिशन सिंह पयाल, मुलायम सिंह प्याल, जयवीर सिंह रांगड, राहुल कुकरेती, विनोद कुमार सहित कई अन्य लोग मौजूद थे.