कोटा : कांग्रेस नेता और ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती दरगाह अजमेर के पूर्व चेयरमैन अमीन पठान के खिलाफ वन विभाग की कार्रवाई लगातार जारी है. पहले उनके फार्म हाउस पर कार्रवाई की गई थी, जिसे अवैध बताया गया था. अब उनकी संचालित क्रिकेट अकादमी पर भी कार्रवाई की गई है. वन विभाग के अधिकारियों ने तीन दिन पहले इस क्रिकेट अकादमी पर नोटिस चस्पा किया था और आज इसे अपने कब्जे में ले लिया. साथ ही यहां पौधरोपण भी शुरू कर दिया गया है.
अवैध निर्माणों ध्वस्त : कोटा के उपवन संरक्षक टेरिटोरियल अपूर्व कृष्ण श्रीवास्तव ने बताया कि कोटा वन मंडल लगातार अतिक्रमण विरोधी अभियान चला रहा है. कोटा शहर की दक्षिणी सीमा पर लखावा वन खंड में कुछ भूमि पर अतिक्रमण हो रहा था और अमीन पठान ने वहां अपनी क्रिकेट अकादमी बनाई थी. वन विभाग ने मौके पर तीन पक्की पिच और अन्य अवैध निर्माणों को ध्वस्त कर दिया. जेसीबी मशीन से गड्ढे खोदकर 50 पीपल के पौधे लगाए जा रहे हैं, जिनमें ट्री गार्ड भी लगाए जा रहे हैं.
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डीसीएफ श्रीवास्तव ने बताया कि यह कार्रवाई सहायक वन संरक्षक कोटा अनिरुद्ध सुखवाल और क्षेत्रीय वन अधिकारी लाडपुरा की टीम द्वारा की गई है. पूरी प्रक्रिया शांतिपूर्ण तरीके से और बिना किसी विरोध के संपन्न हुई. इस कार्रवाई से यह संदेश दिया गया है कि वन भूमि पर अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी. आपको बता दें कि अमीन पठान राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के उपाध्यक्ष भी रहे हैं. पिछले साल उन पर वन क्षेत्र में अतिक्रमण कर फार्म हाउस बनाने का आरोप लगा था. इस मामले में वन अधिकारियों से दुर्व्यवहार और मारपीट के आरोप में उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था, लेकिन बाद में उन्हें हाईकोर्ट से जमानत मिल गई थी.
प्लेयर्स ने जताया विरोध, धरना प्रदर्शन की दी चेतावनी : इस कार्रवाई के विरोध में सैकड़ो की संख्या में प्लेयर्स और कोच कलेक्ट्रेट पहुंचे थे. इन लोगों ने अपने ज्ञापन में बताया है कि कोटा विकास प्राधिकरण के इस अनन्तपुरा एकेडमी की गलत मंशा रखते हुए नपाई की गई. अब फॉरेस्ट विभाग इसको अपनी जमीन बताकर पौधारोपण करने के लिए एकेडमी को तोड़ने के लिए बोल रहा है. जबकि यह सघन बस्ती क्षेत्र में है और जिस व्यक्ति ने इस जमीन को अनन्तपुरा एकेडमी संस्था को चलाने के लिए दी. उसका इस जमीन पर पिछले 50 सालों से कब्जा चला आ रहा है. यहां से लगभग 300 मीटर दूर झालावाड़ हाइवे के पास हजारों बीघा वन विभाग की जमीन खाली पड़ी है, उस पर पौधरोपण नहीं करवा रहा है, जबकि वन विभाग इस 80 गुना 180 की छोटी सी एकेडमी को तोड़ रहा है. यह क्रिकेट खिलाड़ियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है. इस अकादमी से सैकड़ो प्लेयर निकले हैं. यदि एकेडमी को तोड़ा जाता है तो हम सभी कोटा जिले के युवा व खिलाडी और हमारे परिजन कलेक्ट्रेट पर अनिश्चितकालीन धरना व आंदोलन करेंगे, इसकी समस्त जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी.