देहरादून: उत्तराखंड वन विभाग में उस समय हड़कंप मच गया, जब विभाग के कुछ अधिकारी और कर्मचारियों का घूस लेते कथित वीडियो सामने आया. मामला देहरादून जिले के विकासनगर क्षेत्र का है. जहां वन क्षेत्राधिकार, वन दरोगा और बीट अधिकारी पर रिश्वत लेने के गंभीर आरोप लगे हैं. खास बात यह है कि मामले में एक वीडियो सामने आने के बाद फौरन विभाग में बड़ी कार्रवाई करते हुए वन क्षेत्राधिकारी के साथ बीट अधिकारी को भी निलंबित कर दिया है. वहीं वन दरोगा पर अनुशासनिक कार्रवाई करते हुए वन संरक्षक शिवालिक ने सस्पेंड कर दिया है.
उत्तराखंड वन विभाग में विकास नगर स्थित भूमि संरक्षण वन प्रभाग कालसी की चौहड़पुर रेंज में वन क्षेत्राधिकारी सुनील गैरोला को वन मुख्यालय के स्तर से निलंबित करने के आदेश जारी हुए हैं. इसके अलावा यहां तैनात वन आरक्षी सचिन कुमार को भी निलंबित किया गया है. यहां पर तैनात वन दरोगा नरेंद्र गौड़ के खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई किए जाने के निर्देश प्रमुख वन संरक्षक हाफ की तरफ से दिए गए, जिस पर वन संरक्षक शिवालिक ने दरोगा को सस्पेंड कर दिया है. यह मामला रिश्वत लेने से जुड़ा हुआ है. जिसको लेकर एक वायरल वीडियो कुछ दिन पहले ही सामने आया था.
पिछले दिनों एक ट्रैक्टर मालिक से ₹2000 की रिश्वत लेते हुए एक वीडियो वायरल हुआ. जिसमें दावा किया जा रहा था कि रिश्वत लेने वाला वन विभाग का वन क्षेत्र अधिकारी है. इसमें वन दरोगा के साथ ही वन आरक्षी भी शामिल है. यह मामला वायरल वीडियो के जरिए वन मुख्यालय तक भी पहुंचा. वन मुख्यालय में प्रमुख वन संरक्षक हॉफ ने फौरन प्रकरण का संज्ञान लेते हुए कार्रवाई करने के निर्देश दिए. अभी इस वीडियो की सत्यता को लेकर जांच होनी बाकी है, लेकिन, फौरी तौर पर आरोप लगने और वीडियो के वायरल होने के बाद यह कार्रवाई की गई है.
इससे पहले भी वन विभाग में रिश्वत लेने से जुड़े कुछ वायरल वीडियो सामने आ चुके हैं. जिसके बाद वन विभाग की तरफ से कार्यवाही भी की गई. इसके बावजूद भी इस तरह के वीडियो के बार-बार सामने आने से वन विभाग भी सकते में है. उधर अवैध खनन के मामलों में वन विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों का नाम आने से विभाग की भी छवि खराब हो रही है.