कवर्धा: राजानवागांव में लंगूर की हत्या के बाद अब कबीरधाम वन विभाग ने गंभीरता दिखाई है. शहरी क्षेत्र में बंदर और लंगूर की बढ़ती आबादी समेत सुरक्षा को लेकर वनविभाग विशेष अभियान चलाएगी. इस अभियान में जिले के दर्शनीय स्थल, पिकनिक स्पॉट और घाट , रास्ते में फ्लेक्स , बैनर लगाकर लोगों को वन्यप्राणी (बंदरों ) को भोजन ना देने की अपील करेगी. इसके साथ ही जंगलों में वन्यप्राणियों के लिए फलदार वृक्षारोपण को बढ़ावा दी जाएगी. वन्यजीव आबादी की ओर ना आए इसके लिए खाने के साथ पीने के पानी का भी इंतजाम वनविभाग करेगा.
क्यों शहरी क्षेत्रों में आते हैं वन्यप्राणी ?: आपको बता दें कि मानव जनसंख्या के कारण जंगल का क्षेत्र में फलदार पेड़ तेजी से घट रहे हैं. इसलिए वन्यप्राणी भोजन की तलाश में शहरी क्षेत्रों के ओर आते हैं. साथ ही पर्यटक दर्शनीय स्थल और पिकनिक स्पॉट में लोगों के छोड़े गए खाने की ओर भी वन्यजीव आकर्षित होते हैं.
'' बीते दिनों एक घटना हुई थी जिसे लेकर वन विभाग बंदरों के सुरक्षा संरक्षण को लेकर अभियान चलाएगी. इसमें रास्ते, पर्यटन स्थल, दर्शनीय स्थल में फ्लेक्स बैनर के माध्यम से अपील जारी करेंगे. बंदरों को खाद्य पदार्थ ना दें, विभाग और समितियों के मध्याम से इसका प्रचार-प्रसार करेंगे.'' शशि कुमार, DFO कवर्धा
वन मंडल अधिकारी शशि कुमार के मुताबिक खाने पीने की चीजें शहरी क्षेत्र में आने का मुख्य कारण बनता है. इसलिए उनकी जनसंख्या में बढ़ोतरी हो रही है. जीवनशैली में भी बड़ा बदलाव आ रहा है. इसके अलावा बंदरों के शहर की ओर आने से मंकीपॉक्स जैसी गंभीर बीमारियों के फैलने की भी आशंका है.