हरिद्वार: सोशल मीडिया पर लाइक/फॉलो के लिए ऐसे भ्रामक वीडियो भी शेयर किए जा जा रहे हैं, जो काफी पुराने होते हैं. कुछ ऐसा ही मामला हरिद्वार से सामने आया है. जहां सोशल मीडिया पर हाथियों की लड़ाई का कई सालों पुराना वीडियो वायरल कर दिया है. जिसके बाद वन महकमा हरकत में आया है. वन विभाग के अधिकारियों शैलेंद्र सिंह नेगी का कहना है कि भ्रामक वीडियो शेयर करने वालों को चिन्हित कर उन्हें नोटिस भेजा जाएगा. साथ ही उन्होंने लोगों से बिना पुष्टि किए ऐसे वीडियो शेयर ना करने की अपील भी की है.
धर्मनगरी हरिद्वार में इन दिनों वन्यजीवों के कई वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहे हैं. इसी में एक वीडियो इन दिनों हरिद्वार में सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. जिसमें दो हाथियों को लड़ता हुआ देखा जा सकता है. यह वीडियो सोशल मीडिया पर हरिद्वार के जगदीशपुर क्षेत्र का बताया जा रहा है, जिसमें देखा जा सकता है कि किस तरह से दो हाथी अपने वर्चस्व की लड़ाई करते दिखाई दे रहे हैं. जब इस वीडियो की पड़ताल की गई तो वीडियो कई साल पुराना पाया गया.
ईटीवी भारत संवाददाता ने जब हरिद्वार के वन रेंज अधिकारी शैलेंद्र सिंह नेगी से वीडियो के बार में पूछा तो उन्होंने बताया कि यह वीडियो कई साल पुराना है. जिसे आप यूट्यूब पर भी आसानी से देख सकते हैं. उन्होंने बताया कि इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी वीडियो वन्यजीवों को लेकर हरिद्वार के जगदीशपुर क्षेत्र के बताकर वायरल किया जा रहे हैं. जिन पर अब वन विभाग कार्रवाई करने जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि पिछले दिनों एक गुलदार का वीडियो भी इसी तरह सोशल मीडिया पर वायरल किया गया था. जिस पर हमने कार्रवाई की है और उसे व्यक्ति को चिन्हित कर लिया है, जल्द ही उसे पर कार्रवाई भी की जाएगी.
वन विभाग के अधिकारियों शैलेंद्र सिंह नेगी का कहना है कि भ्रामक वीडियो शेयर करने वालों को चिन्हित कर उन्हें नोटिस भेजा जाएगा. साथ ही लोगों से बिना पुष्टि किए ऐसे वीडियो शेयर ना करने की अपील भी की है. बता दें कि इन दिनों धर्मनगरी हरिद्वार में वन्यजीवों का रिहायशी इलाकों में आना आम है. जिसका वीडियो स्थानीय लोग बना लेते हैं और सोशल मीडिया पर लाइक और कमेंट पाने के चक्कर में उसे अपलोड कर देते हैं.
पढ़ें-वन्यजीवों से तकरार भरा रहा साल 2024, संघर्ष की हुई 406 घटनाएं, 64 लोगों ने गंवाई जान, सैकड़ों घायल