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मानसून में जहरीले सांप घरों के आसपास देने लगते हैं दस्तक, दिखाई देने पर इस हेल्पलाइन नंबर को करें डायल - Snake Rescue Helpline - SNAKE RESCUE HELPLINE

Snakes Rescue In Monsoon Season मानसून सीजन में बिलों में पानी घुसने से सांप बाहर निकल कर लोगों के घरों के आसपास तक पहुंच जाते हैं. जिससे सावधान रहने की जरूरत होती है. साथ ही सांप दिखाई देने पर वन विभाग ने लोगों को तत्काल सूचित करने को कहा है.

Snakes are seen around houses during monsoon
मानसून में आबादी के आसपास दिखाई देते हैं सांप (फोटो-ईटीवी भारत)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jun 26, 2024, 12:28 PM IST

Updated : Jun 26, 2024, 2:04 PM IST

मानसून में आबादी वाले इलाकों में दिखाई देते हैं सांप (वीडियो-ईटीवी भारत)

हल्द्वानी: बारिश के मौसम में आमतौर पर सांप व अन्य जहरीले जीव जंतुओं का खतरा बढ़ जाता है. बरसात में घरों में सांप आदि घुसने के मामले भी बढ़ने लगते हैं.सांप को पकड़ कर सुरक्षित स्थान पर छोड़ने के लिए वन विभाग की ओर से क्यूआरटी (क्विक रिस्पांस टीम) का गठन किया है.

वन विभाग ने इसके लिए बाकायदा हेल्पलाइन भी जारी किया है, अगर हल्द्वानी और उसके आसपास के क्षेत्र में किसी के घर या उसके आसपास सांप दिखाई दे तो इसकी सूचना वन विभाग को दें. उप प्रभागीय वन अधिकारी अनिल जोशी ने बताया कि सांप निकालने की सूचना पर वन विभाग को सूचित करें, सांप को रेस्क्यू करना आवश्यक है, नहीं तो नुकसान पहुंचा सकता है. उन्होंने कहा कि इसके लिए प्रभाग स्तर पर टोल फ्री नंबर भी जारी किया गया है. जिसके तहत सांप निकालने पर 18001804075 हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर इसकी सूचना वन विभाग को दे सकते हैं.

उन्होंने कहा कि हेल्पलाइन नंबर पर सूचना मिलते हैं वन विभाग की क्विक रिस्पांस टीम तुरंत मौके पर जाकर सांपों को रेस्क्यू करती है. उन्होंने कहा कि मानसून के दौरान वन्यजीवों का बाहर निकलना शुरू हो जाता है, जिसको देखते हुए टीम को एक्टिव किया गया है. उन्होंने कहा कि इसके लिए वन विभाग के पास प्रशिक्षित टीम हैं, जो अलग-अलग क्षेत्र में काम करती है. आमतौर पर सांप निकलने पर लोग दहशत में आ जाते हैं, ऐसे में सावधानी बरतनी चाहिए और इसकी सूचना तत्काल वन विभाग को दें. जिससे मौके पर टीम पहुंचकर रेस्क्यू कर सकें.वहीं मैदान इलाकों में धामन, कोबरा और रसेल वाइपर प्रजाति के सांप पाए जाते हैं. इनमें धामन खतरनाक नहीं होता है. लेकिन कोबरा व रसेल वाइपर सांप खतरनाक होते हैं. ऐसे में इन्हें बिल्कुल भी छेड़ना नहीं चाहिए और इसकी सूचना वन विभाग की टीम को देनी चाहिए.

पढ़ें-नैनीताल में मिला साउथ ईस्ट एशिया का बर्मीज पायथन, देखें वीडियो

मानसून में आबादी वाले इलाकों में दिखाई देते हैं सांप (वीडियो-ईटीवी भारत)

हल्द्वानी: बारिश के मौसम में आमतौर पर सांप व अन्य जहरीले जीव जंतुओं का खतरा बढ़ जाता है. बरसात में घरों में सांप आदि घुसने के मामले भी बढ़ने लगते हैं.सांप को पकड़ कर सुरक्षित स्थान पर छोड़ने के लिए वन विभाग की ओर से क्यूआरटी (क्विक रिस्पांस टीम) का गठन किया है.

वन विभाग ने इसके लिए बाकायदा हेल्पलाइन भी जारी किया है, अगर हल्द्वानी और उसके आसपास के क्षेत्र में किसी के घर या उसके आसपास सांप दिखाई दे तो इसकी सूचना वन विभाग को दें. उप प्रभागीय वन अधिकारी अनिल जोशी ने बताया कि सांप निकालने की सूचना पर वन विभाग को सूचित करें, सांप को रेस्क्यू करना आवश्यक है, नहीं तो नुकसान पहुंचा सकता है. उन्होंने कहा कि इसके लिए प्रभाग स्तर पर टोल फ्री नंबर भी जारी किया गया है. जिसके तहत सांप निकालने पर 18001804075 हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर इसकी सूचना वन विभाग को दे सकते हैं.

उन्होंने कहा कि हेल्पलाइन नंबर पर सूचना मिलते हैं वन विभाग की क्विक रिस्पांस टीम तुरंत मौके पर जाकर सांपों को रेस्क्यू करती है. उन्होंने कहा कि मानसून के दौरान वन्यजीवों का बाहर निकलना शुरू हो जाता है, जिसको देखते हुए टीम को एक्टिव किया गया है. उन्होंने कहा कि इसके लिए वन विभाग के पास प्रशिक्षित टीम हैं, जो अलग-अलग क्षेत्र में काम करती है. आमतौर पर सांप निकलने पर लोग दहशत में आ जाते हैं, ऐसे में सावधानी बरतनी चाहिए और इसकी सूचना तत्काल वन विभाग को दें. जिससे मौके पर टीम पहुंचकर रेस्क्यू कर सकें.वहीं मैदान इलाकों में धामन, कोबरा और रसेल वाइपर प्रजाति के सांप पाए जाते हैं. इनमें धामन खतरनाक नहीं होता है. लेकिन कोबरा व रसेल वाइपर सांप खतरनाक होते हैं. ऐसे में इन्हें बिल्कुल भी छेड़ना नहीं चाहिए और इसकी सूचना वन विभाग की टीम को देनी चाहिए.

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Last Updated : Jun 26, 2024, 2:04 PM IST
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