जयपुर. गुलाबी नगरी में देश विदेश के सैलानियों के लिए पर्यटन विभाग ने सोमवार को होटल खासा कोठी में धुलंडी फेस्टिवल का आयोजन किया. इसमें करीब 15 देशों के सैलानियों ने शिरकत की. यहां लोककलाओं की प्रस्तुति ने पर्यटकों को खूब रिझाया.
पर्यटन विभाग के उप निदेशक उपेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि होटल खासाकोठी में विदेशी सैलानियों का परंपरा के अनुसार गुलाल लगाकर स्वागत किया गया. इस दौरान लोक कलाकारों ने लोकगीतों की प्रस्तुति दी. कच्छी घोड़ी नृत्य करने वाले कलाकारों ने समां बांध दिया. कई विदेशी सैलानियों ने खुद कच्छी घोड़ी नृत्य किया. इसके बाद ग्राउंड में विदेशी सैलानियों ने जमकर गुलाल उड़ाई. इसके साथ ही उन्होंने एक-दूसरे को भी गुलाल लगाया और एक-दूसरे को होली की शुभकामनाएं दी.
भंवई और चरी नृत्य की भी प्रस्तुति: विदेशी सैलानियों के लिए खास तौर पर पारंपरिक राजस्थानी लोकनृत्यों के कार्यक्रम रखे गए. लोक कलाकारों ने घूमर, कालबेलिया, तेरह ताली, भंवई और चरी नृत्य की प्रस्तुति देकर समां बांध दिया और सैलानियों को झूमने पर मजबूर कर दिया. इससे पहले विदेशी सैलानियों ने डीजे पर हिंदी गानों पर जमकर ठुमके लगाए.
स्थानीय व्यंजनों का भी उठाया लुत्फ: इस कार्यक्रम के दौरान खास तौर पर विदेशी सैलानियों के लिए राजस्थानी व्यंजनों का इंतजाम किया गया. अलग-अलग स्टॉल्स पर सैलानियों ने राजस्थान के स्थानीय व्यंजनों का स्वाद चखा. शेखावत ने बताया कि दुनिभार के करीब 15 देशों के सैलानी सोमवार को पर्यटन विभाग के धुलंडी उत्सव में पहुंचे हैं. इनके लिए गुलाल के साथ ही म्यूजिक और रंगारंग कार्यक्रमों का इंतजाम किया गया. हिंदी और अन्य भाषाओं में राजेश आचार्य ने कार्यक्रम का संचालन किया.
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प्रवासी भारतीय और स्थानीय लोग भी पहुंचे : इस कार्यक्रम में विदेशी सैलानियों के साथ ही स्थानीय लोग भी पहुंचे और सैलानियों के साथ होली की मस्ती में डूबे नजर आए. कई परिवार ऐसे भी थे. जो लंबे समय से अन्य देशों में रह रहे हैं. वे अपने रिश्तेदारों और परिजनों के साथ जयपुर घूमने पहुंचे और धुलंडी उत्सव का आनंद लिया. इस दौरान पुलिस की ओर से सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए. खासाकोठी के आसपास ट्रैफिक जाम को कंट्रोल करने के लिए यातायात पुलिस के जवान भी तैनात रहे.