गया: गया डाक विभाग से चौंकाने वाला मामला सामने आया है. जहां एक विदेशी नागरिक को भारत से स्विट्जरलैंड पार्सल मंगवाना मंहगा पड़ गया है. पार्सल गया डाकघर से स्विट्जरलैंड भेजा गया था लेकिन डाक विभाग ढाई महीने के बाद भी पता नहीं लगा पाया है. विदेशी नागरिक ने 7 हजार का सामान 10 हजार रुपए चार्ज देकर मंगवाया था. डाक विभाग में ऑनलाइन शिकायत दर्ज करवाई गई. इसे लेकर डाक विभाग में खलबली मची हुई.
गया डाकघर से पार्सल नहीं पहुंचा स्विट्जरलैंड: दरअसल, स्विट्जरलैंड के नागरिक फूर बू टॉप गयल पिछले साल धर्म गुरू दलाई लामा का प्रवचन सुनने आये थे. यहां उनकी तबीयत बिगड़ गई. उस वक्त उन्होंने आयुर्वेद दवाइयों का इस्तेमाल किया था जिससे उनको बड़ी राहत मिली थी. अपने देश जाने के बाद उन्होंने दवा का ऑर्डर किया और डाक विभाग से स्विट्जरलैंड के लिए पार्सल कराया. पार्सल अगस्त महीने में बोधगया से गौतम कुमार ने कुरियर कराया था. पार्सल डाक विभाग से नहीं पहुंचा तो गौतम कुमार ने डाक विभाग के पोर्टल पर 15 अक्टूबर को दर्ज कराई है.
"स्विट्जरलैंड के निवासी को आयुर्वेद की दवा भेजी थी. जिसकी कीमत 7 हजार थी, लेकिन विदेशी नागरिक ने 10 हजार से अधिक स्पीड पोस्ट चार्ज बोधगया डाक केंद्र पार्सल भेजा गया था. डाक विभाग ने 10 से 15 दिन के अंदर दवा पहुंचने का समय दिया था. अगस्त महीने में भेजी गई दवा अब तक नहीं पहुंची और ना ही उसका कोई अता पता है." -गौतम कुमार
क्या है नियम नियम: डाक विभाग गया के कस्टमर इंस्पेक्टर रजनीश कुमार ने बताया के डाक विभाग से दो तरह से पार्सल भेजे जाते हैं. इसमें एक 'स्पीड पोस्ट' दूसरा ' डाकघर निर्यात केंद्र' है, स्पीड पोस्ट भारतीय डाक द्वारा पत्रों तथा पार्सल को त्वरित गति से गंतव्य तक पहुंचाने के लिए है. बुक किए गए स्पीड पोस्ट को 1 से 4 दिनों के अंदर गंतव्य तक पहुंचा देता है, लेकिन इसमें मेट्रो से मेट्रो शहर में एक से तीन दिन, एक राज्य की राजधानी से दूसरे राज्य की राजधानी तक एक से चार दिन, किसी एक राज्य के अंदर 1 से 4 दिन के समय के दौरान पहुंचाया जाता है.
टोल फ्री नंबर पर करें शिकायत: स्पीड पोस्ट बुक करने के बाद उसे ट्रैकिंग आईडी के माध्यम से इंडिया पोस्ट वेबसाइट पर ट्रैक किया जा सकता है. शिकायत दर्ज करने के लिए टोल फ्री नंबर 18002666868 या फिर विभाग के वेबसाइट पर शिकायत दर्ज कर सकते हैं. विदेशी नागरिक के पार्सल का जहां तक संबंध है तो उसे संबंध में आगे की कार्रवाई की जा रही है. पार्सल क्यों रुक या कहीं मिस हो गया. इस संबंध में जानकारी ली जा रही है.
पार्सल का होता है इंश्योरेंस, मिलता है मुआवजा: प्रवर डाक अधीक्षक प्रमंडल गया राश बिहारी राम ने बताया कि डाक विभाग के द्वारा स्पीड पोस्ट से मूल्यवान वस्तुओं के लिए 1 लाख तक का बीमा कर सकते हैं. अगर किसी का सामान खोगया या वह किसी तरह से नुकसान पहुंचा तो उसके मुआवजा के लिए 3 महीने के भीतर दावा करना होता है. बीमा होने पर बीमा की राशि दी जाती है. देर होने पर सिर्फ स्पीड पोस्ट की राशि वापस की जाती है.
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