जशपुर: बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवात के असर से जिले में बीते 72 घंटे से बारिश हो रही है. सन्ना और बगीचा जैसे पहाड़ी क्षेत्र में पानी के तेज बहाव से छोटे छोटे पुल पुलिया क्षतिग्रस्त हो गए हैं. लोगों को आने जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
जशपुर में बारिश से जनजीवन प्रभावित: भारी बारिश से कई नदियों में उफान के कारण बगीचा क्षेत्र के अंतर्गत कलिया गायलूंगा, बुटूंगा जाने का रास्ता बाधित हो गया है. लोटाडांड़ नाला कलिया गायलूंगा की सड़क पर बना पुलिया भी क्षतिग्रस्त हो गया है. मिट्टी बहने से इसमें भी पैदल चलना सम्भव नहीं है.
बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त: पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश हो रही है. यही वजह है कि पानी के तेज बहाव से टूटी सड़क और पुलिया के किनारे मिट्टी का कटाव होने से हालात और गंभीर हो गए हैं. ग्रामीणों का आवागमन प्रभावित हुआ है. वहीं छात्र छात्राओं का स्कूल जाना मुश्किल हो गया है.
जशपुर जिला प्रशासन ने कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने जशपुर जिले में भारी बारिश को देखते हुए लोगों के सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश जिला प्रशासन को दिए हैं. प्रशासन ने निगरानी करने के लिए अधिकारी, कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई है.
ईब नदी पुल पर कर्मचारी तैनात: कुनकुरी विकास खंड के ग्राम ढोढीडांड स्थित ईब नदी पुल पर कर्मचारी तैनात किए गए हैं ताकि लोग रिस्क लेकर आवागमन न करें और किसी तरह की कोई अप्रिय दुर्घटना न हो. मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटे में चक्रवात के कमजोर पड़ने से मौसम साफ होने की संभावना है.
नदी में फंसे कुछ लोग: जशपुर जिले के फरसाबहार विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत बाबुसाजबहार के राजेन्द्र राय, सुलेमान एक्का और रिझु लोहार की पत्नी अपने गाय, बैल, बकरी के साथ ईब नदी में जलस्तर बढ़ने से सरकरा जंगल के पास बीच नदी में फंस गए हैं. ये लोग भूखे प्यासे नदी के बीच बने टापू में रात भर फंसे रह गए. स्थानीय प्रशासन के माध्यम से जिला प्रशासन को सूचना दी गई है.
फरसाबहार तहसीलदार तोस कुमार ने बताया कि कुछ लोग मवेशी चराने गए हुए थे. अचानक नदी में पानी का स्तर बढ़ जाने से फंस गए हैं. आज ग्रामीण युवकों की मदद से राशन पहुंचाया गया है. जिला प्रशासन की ओर से रेस्कयू करने के लिए टीम को रवाना किया गया है, जल्द ही उन्हें निकाला लिया जाएगा.