कानपुर: यूपी के कानपुर शहर में गंगा बैराज से अगर आप इन दिनों नदी की ओर देखेंगे तो नजारा किसी समुद्र जैसा दिखेगा. गंगा के पानी की लहरों से जो आवाज आ रही है, उसकी तुलना रेलवे ट्रैक पर दौड़ती वंदेभारत और शताब्दी एक्सप्रेस की 100 किलोमीटर से भी तेज रफ्तार वाली आवाज से की जा सकती है. पिछले पांच दिन में गंगा का जलस्तर बहुत तेजी से बढ़ा है, जिसकी वजह से गंगा का पानी चेतावनी बिंदु को पार कर गया है.
यही नहीं, गंगा बैराज के आसपास शिवदीनपुरवा, कटरी शंकर पुर सराय, लोधवा खेड़ा, बनिया पुरवा समेत कई गांवों में पानी घुस गया है. इन गांवों में लोग अपने घरों से निकलकर सुरक्षित स्थान तलाश रहे हैं. गंगा बैराज पर मौजूद सिंचाई विभाग के अफसरों ने बताया कि इस समय पानी का बहाव इतनी तेज है कि सभी 30 गेटों को खोलना पड़ गया है. गेट खोलने की वजह से अप और डाउनस्ट्रीम पर धारा की गति भी बहुत तेज हो गई है.
गंगा बैराज से चौबेपुर जाने वाले मार्ग पर पुलिस का पहरा: गंगा बैराज से चौबेपुर व शिवराजपुर जाने वाले रास्ते पर पुलिस का पहरा लगा दिया गया है. बिठूर समेत कई अन्य थानों की फोर्स लगातार निरीक्षण कर रही है. दो पहिया और चौपहिया वाहन सवारों को इस रोड पर जाने नहीं दिया जा रहा है. एसीपी कल्याणपुर अभिषेक पांडेय ने बताया कि एहतियात के तौर पर गंगा बैराज व आसपास गांवों में रहने वालों को बताया गया है कि सुरक्षित रास्तों से ही आएं और जाएं. कई गांव डूबे हैं. इसलिए कोई अनहोनी न हो, पूरी सतर्कता बरती जा रही है.
बाढ़ के पानी में डूबकर एक की मौत: रविवार को नवाबगंज थाना क्षेत्र में एक बच्चे की बाढ़ के पानी में डूबकर मौत हो गई थी. जिला प्रशासन के अफसरों का कहना है कि बच्चा अपने पिता के साथ बाढ़ का पानी देखने पहुंचा था. नवाबगंज स्थित बनियापुरवा निवासी राजकुमार निषाद घर से भगवानदीनपुरवा स्थित खेतों को देखने गए थे. तभी उनके साथ भतीजा आदित्य, 14 साल का बेटा करन और 13 साल का जैकी पीछे-पीछे साथ चले गए. खेत में बने गड्ढे में अचानक ही तीनों डूब गए, जिसमें राजकुमार ने करन और जैकी को बचा लिया जबकि बेटा आदित्य लापता हो गया था. देर रात गोताखोरों की मदद से आदित्य को बाहर निकलवाया गया और जब परिजन अस्पताल ले गए तो वहां आदित्य ने दम तोड़ दिया था.
एडीएम सिटी डॉ.राजेश कुमार ने बताया कि बाढ़ का पानी जिन गांवों में पहुंचा है, वहां लगातार प्रशासनिक अफसर दौरा कर रहे हैं. ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है. इसके अलावा जलस्तर पर भी लगातार निगरानी रखी जा रही है.
ये भी पढ़ेंः यूपी में जाते-जाते कहर ढाएगा 'यागी' तूफान; 48 घंटे बाद भारी बारिश का अलर्ट, 15 जिलों में बिजली गिरने के आसार