शिवहर: नेपाल में लगातार बारिश के कारण शिवहर में बागमती नदी अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है. बेलवा होते हुए मोतिहारी जाने की पथ पहले से ही बंद है. सभी जगहों पर बागमती नदी खतरे के निशान से ऊपर 200 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. तरियानी के खुरपट्टी, पुरनहिया के बराही ओर पिपराही के दोस्तिया के कई घरों में पानी प्रवेश कर गया है.
6.87 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज: दरअसल, गंडक बराज के गेट पहले ही खोल दिए गये हैं और फिलहाल 6.87 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज हो रहा है. तरियानी के खुरपट्टी, पुरनहिया के बराही ओर पिपराही के दोस्तिया के कई घरों में पानी प्रवेश कर गया है. देकुली धरमपुर तथा सभी निचले इलाकों में पानी के रौद्र रूप के कारण खेतों में लहलहाती धान के फसल डूब गए हैं.
"हम घर में सो रहे थे. आधी रात को खटिया के नीचे से पानी मेरे बिस्तर को डूबोने लगा, तभी नींद टूटी. देखा तो घर में बाढ़ का पानी घुस चुका था. सारा सामान डूब चुका था. बच्चे चौकी पर सो रहे थे. पूरे गांव में हल्ला मचा. लोग आधी रात को सुरक्षित स्थान की ओर भागे. हम लोग तब से खाना नहीं खाए."- स्थानीय महिला
सड़क पर बह रहा पानी: वहीं देकुली, धरमपुर, मोहारी सहित,रत्नपुर गांव एवं कटैया गांव में घरों में पानी घुसने के कारण लोग बांध पर जाकर शरण ले रहे हैं. उन्होंने बताया कि लगातार हो रही बारिश से कई इलाकों में पानी भर गया है. शिवहर मेन मार्केट की सड़क पर घुटनों तक पानी भरा है. तीन दिनों से हो रही लगातार बारिश ने शिवहर को जलमग्न कर दिया है. बाढ़ की आशंका को देखते हुए जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है.
"रात को अचानक घर में पानी घुस गया. सुबह तक काफी नुकसान हो चुका था. किसानों को काफी नुकसान हुआ है."- रामशीष, ग्रामीण
सड़क पर रहने को मजबूर: तटबंध पर शरण लेने की मजबूरी तमाम लोग अपने-अपने सामानों को लेकर के घरों से बाहर निकल रहे हैं. यहां जो लोग हैं वह अपनी जरूरत के सामान लेकर मुख्य सड़क पर आ गए हैं. अपने-अपने घरों से पलायन हो रहे हैं. तटबंध पर रहने को मजबूर है. बरसात एवं बाढ़ का पानी निचले इलाकों में आने से तैयार धान की फसल डूब जाने के कारण किसानों में काफी मायूसी है.
तटबंध के रिसाव को ठीक करने जुटे अभियंता: हालात से निपटने को लेकर जिला प्रशासन ने एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर घर में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया रहा है. जानकारी के अनुसार शिवहर के पिपराही, परसौनी बैज, धनकौल के तटबंधों में भी रिसाव की सूचना है. स्थानीय लोग और अभियंताओं की टीम रिसाव बंद करने में जुटे हैं.
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