मसौढ़ी: पटना से सटे धनरूआ में बाढ़ से एक बार फिर हर तरफ तबाही मच गई है. पांच सालों से सूखी कररुआ नदी में बाढ़ का पानी आने से तकरीबन 300 एकड़ में लगी फसल डूब गई है. जानकारी के अनुसार रेडबिगहा रसलपुर के बीच पानी के दबाव से सभी फॉलिंग शटर गिरा दिया गया था, जिसके कारण बहरामपुर छाती पंचायत के अरमल, बलवापर, बरही बिगहा, सिमाड़ी में तीन सौ एकड़ का धान की फसल डूब गई है.
पुनपुन नदी का बढ़ा जलस्तर: बताया जा रहा है कि बियर से करीब दो फीट उपर पानी बह रहा है और लगातार धान के खेतों में भरता जा रहा है. ऐसे में कररुआ नदी में पानी और बढ़ने की सम्भावना है. पिछले पांच वर्षों से कररुआ नदी सूखी थी. इसके अलावा श्रीपालपुर में रविवार की देर रात तक पुनपुन नदी का जलस्तर खतरे का निशान 50.60 मीटर से 1.67 सेंटीमीटर नीचे दर्ज किया गया.
अलर्ट मोड में पदाधिकारी: पुनपुन बाढ़ नियंत्रण के कनीय अभियंता राहुल कुमार ने बताया कि पुनपुन नदी का जलस्तर 48.93 मीटर दर्ज किया गया है. उधर, अनुमंडल के नदियों के जलस्तर में वृद्धि को देखते हुए संबंधित पदाधिकारयों को अलर्ट मोड में रहने और सतर्कता बरतने का निर्देश दिया गया है. वहीं दरधा नदी में सोमवार की सुबह से ही जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा है, दोपहर तक प्रबल रूप में पानी आने की सम्भावना है.
"धनरूआ की कररूआ नदी उफान पर है, जिसके कारण तकरीबन चार-पांच पंचायत में तकरीबन 300 एकड़ में लगी हुई धान की फसल पूरी तरह से डूब गई है. साथ ही लगातार जलस्तर भी बढ़ रहा है."- रंजीत कुमार, किसान कोऑर्डिनेटर
"नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ता ही जा रहा है. कल देर रात तक खतरे के निशान से महज डेढ़ सेंटीमीटर पानी कम था लेकिन अब सुबह में भी पानी बढ़ने लगा है और संभावना है की जलस्तर आगे भी काफी तेजी से बढ़ेगा."- राहुल कुमार, कनिय अभियंता, पुनपुन बाढ़ नियंत्रण